कहीं एमपी में भी न हो जाए दोबारा लॉक डाउन – इंदौर के देपालपुर से आई ये तस्वीर चिंता में डाल रही है सरकार को, सरकारी बैंक में ही लग रहा जनता हुजूम
बैंकों में लग रही भीड़ नहीं हो रहा सोशल डिस्टेंस का पालन।
देपालपुर – इंदौर नाका स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ब्रांच में ग्राहकों का हुजूम लगा रहता है बैंक में अब ना तो सोशल डिस्टेंस का पालन करवाया जा रहा है नहीं हाथ सेनेटाइज करवाये जा रहे है और ना ही बैंक में आने वाले ग्राहकों के नाम और मोबाइल नंबर नोट किए जा रहे हैं जबकि पूर्व में बैंक में सोशल डिस्टेंस के साथ पूरी सावधानी के साथ नम्बर से ग्राहकों को भेजा जा रहा था।
जबसे बैंक के ब्रांच मैनेजर सहित 95प्रतिशत बैंक का स्टाफ बदलने के बाद अब बैंक में ग्राहक भगवान भरोसे ही आ जा रहे हैं। नए कर्मचारी ग्राहकों के साथ सीधे बातचीत भी नहीं करते वही बैंक के बाहर एटीएम कभी बंद रहते हैं कभी चलते हैं और पासबुक में एंट्री करने वाली मशीन भी भगवान भरोसे है ।नगर की सबसे बड़ी एक मात्र स्टेट बैंक जिसमें पूर्व में यहां पर ब्रांच मैनेजर सहित पुराने कर्मचारी वरिष्ठ नागरिक तथा बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखते थे लेकिन अब सब उल्टा पुल्टा हो गया बैंकों में जहां भीड़ लगी रहती है वही लोग सोशल डिस्टेंस का पालन भी नहीं कर रहे है यहां तक कि मुंह पर मास्क भी नहीं लगाते कई लोग तो आराम से बैंक में कुर्सी पर ही पैर ऊपर रखकर अपना समय व्यतीत करते हैं पहले बैंक में जाने पर गार्ड हाथ सेने टाइज कराते थे फिर उनके नाम व मोबाइल नंबर रजिस्टर में लिखकर गोल घेरे में खड़े करते थे लेकिन नई ब्रांच मैनेजर आने के बाद व स्टॉफ़ बदलते ही यहां का पूरा ढांचा ही बदल गया अगर ऐसे में कोई कोरोना पॉजिटिव आ गया तो सैकड़ों लोग कहीं बैंकों के चक्कर में कोरोना पॉजिटिव ना हो जाए। अब बैंकों में पीने के पानी के साथ महिलाओ के लिए बाथरूम की भी व्यवस्था नही है।पूर्व में लॉक डाउन के दौरान बैंक मैनेजर की व्यवस्था से सब ग्राहक खुश थे लेकिन अब हालात बदलने लगे।हमारे प्रतिनिधि ने कई ग्राहकों से बात की तो उनका कहना है कि अब इस बैंक की व्यवस्था पहले जैसी नही रही। अब तो यहां से दूसरी बैंक में खाता खुलवाएंगे।
फोटो- बैंक में काउंटर पर ऐसी लगती भीड़।
scene of depalpur bank is increasing chances of lockdown in MP again