जेल से बिना राखी बांधे लौटी बहनों के छलके आंसू, इंदौर जेल में कोरोना की वजह से राखी बांधने का कार्यक्रम निरस्त
रक्षाबंधन के पर्व पर इंदौर की सेंट्रल जेल में भाइयों को राखी बांधने पहुंची बहनों को झलकता आंसू लेकर वापस उल्टे पैर रवाना होना पड़ा कोरोना के इस संक्रमण में राखी के इस पर्व को जेल विभाग द्वारा जेल में बंदियों के हर साल राखी के पर्व बनाने पर इस बार रोक लगाई गई है जिसके बाद फिर भी बहने जेक में बंद अपने भाइयों को अपने घरों से थालियां राखी की सजा कर जेल पहुंची थी लेकिन उनको जेल के बाहर से ही वापस अपने घर लौटना पड़ा जहां इस बार जेल में उनकी राखियों को भी नहीं लिया गया वहीं अपने भाइयों की कलाई पर बिना राखी बांधे घर लौट रही बहनों की आंखों से झलकते आंसुओ में उनका दर्द देखने को मिला बहन ने कहा कि भाइयों का 6 महीने से नहीं देखा है हमें उम्मीद थी कि अगर हम राखी नहीं बन सके तो जो राखी लाए हैं वह जेल में उन तक पहुंचाई जा सकेगी लेकिन वह भी नहीं जेल विभाग द्वारा किया गया
बाईट। बहने
Rakhi tying program canceled due to corona in Indore jail