लूट और हत्या के आरोपी 4 कैदियों ने देपालपुर सब जेल से भागने की कोशिश की
देपालपुर। तकीपुरा सब जेल पर लूट हत्या के 4 बंदी जेल से भागने में असफल साबित रहे हैं। घटना की जानकारी लगते ही देपालपुर क्षेत्र में सनसनी फैल गई। जेल का घंटा बजते ही आसपास के ग्रामीण व जेल प्रहरी के परिजन और जेलर का बेटा ने देखा कि चार बंदी जेल की दीवार कूदकर भाग रहे हैं तो उन्होंने मोटरसाइकिल लेकर पीछा शुरू कर दिया एक बंदी दीवार के पास ही पकड़ा गया तीन बंदी आगे भागने लगे थे उन्हें भी पकड़ लिया गया। घटना की जानकारी मिलते ही केंद्रीय जेल अधीक्षक राकेश भांगरे, एसडीओपी संजय चतुर्वेदी, थाना प्रभारी मीणा कर्णावत मौके पर पहुंच गए।
केंद्रीय जेल अधीक्षक राकेश भांगरे ने बताया कि प्रथम दृष्टया जांच में पाया गया है कि तकीपुरा सबजेल पर सुबह 6 बजकर 50 मिनिट की घटना है। दो बंदी जो खाना बनाने का काम करते हैं वह खाना बनाने सामग्री लेने के लिए गोदाम में आए थे, एक बंदी ने सामान निकालकर चला गया दूसरी बार जब वह वापस आया तो उसके पीछे तीन बंदी और आ गए वो स्टील की नहाने की बाल्टी लेने के बहाने आए थे। पहले आए हुए दोनों बंदी गोडाउन में चले गए थे तीनों बंदी गेट पर रुक गए थे वह ड्यूटी पर तैनात प्रहरी से हाथापाई करने लगे उसकी कमर पर चाबी का गुच्छा था वह नीचे गिर गया गुच्छा गिरने के बाद सभी चाबियां बिखर गई थी जिसमें से एक बंदी ने एक चाबी लेकर मेन गेट की तरफ दौड़ कर गया और ताला खोलने की कोशिश करने लगा तब ताला नहीं खुला तो उसने पास में रखी लकड़ी की पेटी जिसमें ताला नहीं था खोलकर सब्जी काटने की छुरी व लोहे की रॉड रखी हुई थी उसे बंदियों ने एक-एक ले ली और प्रहरी को डराया धमकाया इसके बाद अंदर ड्यूटी पर तैनात प्रहरी था वह भी बाहर आ गए, इसके बाद तीनों ने उनसे हाथापाई की तो अन्य प्रहरी ने घंटा बजा दिया जब प्रहरी ने घंटा बजाना शुरू किया तो तीनों बंदी डरकर अंदर भागे, तो राशन लेने पहले जो बंदी आया था वह भी इनके साथ शामिल हो गया महिला वार्ड की दीवार को फांदकर छोटी सेंट्रल दीवार से चारों बंदियों ने एक-दूसरे को सहयोग देकर बाहर कूद गए तो वह पांच सौ मीटर की दूरी पर मेन रोड पर पहुंच गए तीन बंदी पहले कूदे थे वह तो आगे निकल गए थे चौथा बंदी दीवार के पास पकड़ा गया ग्रामीणों, प्रहरियों, जेल उपअधीक्षक के बेटे ने मोटरसाइकिल से पीछा किया उनके पीछे सिपाही भी वहां पहुंच गए और उन्हें पकड़ लिया और पुनः जेल पर ले आए है।
क्या है लापरवाही
सिथिल नियंत्रण जेलर का सामने आया है जब कच्चा राशन निकालने के लिए आप किसी बंदी को भेजते हैं तो उसके साथ ड्यूटी सिपाही क्यों नहीं था, दूसरा सिथिल नियंत्रण यह सामने आया कि जो बंदी काम नहीं कर रहे थे तो उनके लिए सिपाही ने उनके लिए गेट क्यों खोल दिया जिस बैरक में वह थे उसका ताला भी खुला हुआ था, तीसरी बात यह सामने आई कि गेटकीपर को गेट का ताला बंद रखना चाहिए था उसको पहचान कर कर ही ताला खोलना चाहिए था।
इनका कहना है :-
प्रथम दृश्य जांच रिपोर्ट बनाकर अपना प्रतिवेदन वरिष्ठ अधिकारियों को बताया जाएगा उसके बाद जैसा उनका दिशानिर्देश आएगा उसके हिसाब से कार्यवाही की जाएगी, लापरवाही तो हुई है।
राकेश भांगरे, अधीक्षक, केंद्रीय जेल इंदौर
मैं अभी मुख्यमंत्री जी की वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग में बैठा हुआ हूं, मैं देख लेता हूं, आप जेल सुपरिटेंडेंट भांगरे जी बात कर लीजिए।
संजय चौधरी, महानिदेशक, जेल भोपाल
4 prisoners accused of robbery and murder tried to escape from Depalpur Sub Jail