पीथमपुर में ऑन ड्यूटी मशीन ऑपरेटर पर प्लास्टिक के दानों से भरी बोरियां गिरने से मौत, तिरुपति बालाजी कंपनी ने परिवार को बिना बताए चुपचाप शव एम वाय अस्पताल भिजवाया, बलाई समाज के लोग फैक्ट्री के सामने शव लेकर अनशन पर बैठे, कांग्रेस नेता अमृतेश झा द्वारा मृतक के परिवार से किया जा रहा मोल भाव, कंपनी को 14 साल देने वाले मृतक को सिर्फ अंतिम संस्कार के पैसे देकर टरकाना चाह रही कंपनी
इंदौर – इंदौर के पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में तिरुपति बालाजी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में काम करने वाले ओम प्रकाश पवार की कल रात संदिग्ध हालत में मौत हो गई जिसकी सूचना परिवार को एम वाय अस्पताल से मिली और इस पूरे मामले पर बलाई समाज मृतक ओम प्रकाश पवार का शव लेकर कंपनी के सामने भूख हड़ताल पर बैठे हैं।
असल में कल देर रात श्री तिरुपति बालाजी एफ आई बी सी लिमिटेड कंपनी में मशीन ऑपरेटर का काम करने वाले ओम प्रकाश पवार की दुर्घटना वश प्लास्टिक के दानों से भरी हुई बोरिया उन पर गिरने से मौत हो गई, सूत्रों के अनुसार घटना के करीब 2 घंटे बाद उनके शव को दबी हुई बोरियों के बीच में से निकाला गया अथवा कंपनी ने बिना परिवार वालों को सूचित करें शव को सीधे इंदौर के एमवाय अस्पताल भिजवा दिया जहां से मृत्यु की पुष्टि करते हुए अस्पताल ने मृतक ओमप्रकाश पवार हे परिवार जनों को सूचना दी।
मामले की जानकारी लगते ही अखिल भारतीय बलाई समाज महासंघ के अध्यक्ष मनोज परमार तथा समाज के अन्य लोग अस्पताल पहुंचे और वहां से शव लेकर पीथमपुर स्थित फैक्ट्री के बाहर परिवार को 5000000 का मुआवजा देने की मांग लेकर अनशन पर बैठे, तकरीबन 14 साल कंपनी को देने वाले ओम प्रकाश को कंपनी के मालिकों की तरफ से सिर्फ दाह संस्कार के ₹25000 दे टरकाने की कोशिश की जा रही है, इतना ही नहीं मामले में कंपनी की तरफ से कांग्रेस के नेता अमृतेश झा को आगे रख मामले को दबाने की कोशिश जारी है।
मृतक ओम प्रकाश पवार की एक बेटी बेटा पत्नी रमा सहित अन्य परिवार जल्दी धरने पर बैठे हैं, अब देखना यह है की कंपनी में 14 साल सेवा देने वाले ओम प्रकाश झा की मृत्यु के उपरांत क्या मदद की जाती है और ऑन ड्यूटी हुई इस मौत की सही वजह का पता पुलिस व अन्य जांच एजेंसियां कितनी सटीकता से लगाती है।
On duty machine operator in Pithampur dies after falling sacks filled with plastic grains