इंदौर के प्लास्टिक व्यापारी की रहस्यमई मौत की अनसुलझी गुत्थी खड़ी कर रही कई सवाल, पुलिस की सुस्त जांच में कहीं न्याय भी दम न तोड़ दे, पॉश सोसाइटी अपोलो डीबी स्थित अपने फ्लैट के बाथरूम में देर रात मृत मिला था युवा व्यापारी
इंदौर – इंदौर के युवा व्यापारी कपिल अरोड़ा और उनके हंसते खेलते परिवार को अचानक ग्रहण लग गया, गत 12 सितंबर को देर रात करीब 2:00 बजे 40 वर्षीय कपिल अरोड़ा की अपने ही घर में संदिग्ध मौत हो गई।
इंदौर के निपानिया स्थित पॉश सोसाइटी अपोलो डीबी सिटी में अपनी पत्नी और 12 वर्षीय बेटी के साथ रहने वाले प्लास्टिक और ट्रेवल व्यवसाई कपिल अरोड़ा पुत्र प्रेम अरोड़ा की रात 2:00 बजे अपने ही फ्लैट में संदिग्ध हालत में मौत हो गई, घटनाक्रम के अनुसार कपिल उस रात किसी पार्टी में से देर रात घर आए थे और अपनी पत्नी को टॉयलेट जाने का कह कर वॉशरूम गए, तकरीबन जब आधे घंटे तक कपिल बाहर नहीं आए तो उनकी धर्मपत्नी ने दरवाजा खटखटाया और जब कोई भी जवाब नहीं मिला तो उन्होंने बाथरूम का सेफ्टी लॉक खोलकर देखा तो कपिल पेट के बल फर्श पर पड़े हुए थे, बहुत हिलाने के बावजूद भी जब कपिल के शरीर में कोई हरकत नहीं हुई तब उनकी पत्नी ने उसी सोसायटी में रहने वाले उनके मित्र को फोन कर बुलाया और तुरंत निजी वाहन से बॉम्बे हॉस्पिटल पहुंचाया गया जहां पहुंचते ही उन्हें मृत घोषित कर दिया गया, अगले दिन सुबह इंदौर की लसूड़िया थाना पुलिस को घटना की सूचना मिली तो सीधे अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम कर शव घर वालों के सुपुर्द कर दिया गया जिसकी रिपोर्ट आनी अभी बाकी है।
पुलिस के अनुसार घरवालों के दिए गए बयान और शारीरिक स्थिति एवं परिस्थितियों को देखते हुए मौत का कारण जहर बताया गया है।
मामला पुलिस की निगाह में पूर्ण रूप से संदिग्ध है क्योंकि अगर यह आत्महत्या है तो मौके से ना तो कोई सुसाइड नोट मिला है और ना ही आत्महत्या के कोई कारण ज्ञात हो पाए हैं, कपिल और उनके परिवार को जानने वाले लोगों का कहना है कि कपिल और उनका परिवार बेहद हंसमुख व मिलनसार था और कभी भी ऐसी कोई बड़ी परेशानी का जिक्र किसी से नहीं किया जिसकी वजह से आत्महत्या जैसा कोई कदम उठाया जा सके।
यदि यह आत्महत्या नहीं है तो कपिल को ज़हर किस ने खिलाया यह अपने आप में बड़ा सवाल है, उस रात कपिल जिस पार्टी में गए थे उसकी भी विस्तृत जांच होनी चाहिए, मृतक कपिल के कॉल रिकॉर्ड, व्हाट्सएप चैट हिस्ट्री और मामले की गहन पड़ताल व पूछताछ से इस गुत्थी को जल्द से जल्द सुलझाना चाहिए क्योंकि अगर इस मामले की पड़ताल होने में देर लगती है तो सबूतों और तथ्यों के साथ किसी प्रकार की छेड़छाड़ या बदलाव की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
मामले के जांच अधिकारी लसूड़िया थाने के एएसआई धर्मेंद्र के मुताबिक उन्हें मामले की सूचना सुबह मिली जहां उन्होंने मोर्चरी पहुंचकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट व पंचनामा बना शव अंतिम संस्कार के लिए घर वालों को सौंप दिया, उन्हें अभी तक आत्महत्या जैसे किसी भी कारण का पता नहीं लग पाया है क्योंकि कपिल एक सफल व्यवसाई थे , प्लास्टिक के साथ उन्होंने हाल ही में टैक्सी व ट्रेवल का व्यापार भी शुरू किया था, मामले की जांच में फिलहाल घरवालों के बयान और विसरा रिपोर्ट आनी बाकी है जिसके बाद जांच को और आगे बढ़ाया जाएगा।
बहरहाल इस पूरे मामले की जांच को सभी संभव बिंदुओं के साथ जोड़कर जल्द से जल्द आगे बढ़ाना चाहिए ताकि यदि यह हत्या है तो दोषियों तक पुलिस के हाथ जल्द से जल्द पहुंचे और यदि आत्महत्या है तो उसके पीछे क्या कारण है व यदि कोई उकसाने वाला भी है तो उसे भी जल्द से जल्द और कड़ी से कड़ी सजा मिल सके तभी कपिल के परिवार के साथ न्याय हो पाएगा।
many questions are raising in mysterious death of plastic businessman of Indore