जयपुर – 500 साल में पहली बार भक्ति नहीं कर पाएंगे शिला माता के दर्शन आमेर स्थित शिला माता मंदिर नवरात्र में आम दर्शनार्थियों के प्रवेश के लिए बंद रहेगा 500 साल में पहली बार आमेर महल स्थित शिला माता मंदिर को ट्रस्ट और पूर्व राज्य परिवार के सदस्यों ने कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए 31 अक्टूबर तक मन्दिर बंद रखने का निर्णय किया है. शक्ति स्वरूपा देवी की आराधनाका पर्व शारदीय नवरात्र आश्विन शुक्ल प्रतिपदा शनिवार से शुरू हो रहा है. माता के प्राचीन मंदिरों में नवरात्र विशेष अनुष्ठान करने से पूर्व साफ-सफाई सहित अन्य तैयारियां की जा रही है. शिला माता मंदिर पुजारी बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि पहली बार ऐसा मौका होगा जब भक्त माता के साक्षात दर्शन नहीं कर पाएंग 16 अभी शताब्दी मैं करवाया था. मंदिर का निर्माण आमेर स्थित शिला माता मंदिर का निर्माण राजा मानसिंह प्रथम ने 16वीं शताब्दी में करवाया था. यहां स्थापित माता की प्रतिमा पूर्वी बंगाल के जेसोर इलाके से लाई गई थी.चमकीले काले पत्थर से निर्मित इस अष्टभुजा प्रतिमा के ऊपरी भाग में मस्तक के ऊपर बाएं से दाएं क्रमशः गणेश ब्रह्मा शिव विष्णु और सरस्वती की छोटे आकार की मूर्तियां उत्कीर्ण है. मंदिर का मुख्य द्वार चांदी का बना हुआ है. मंदिर में नवरात्रि पर विशेष आयोजन एवं पूजा होती है. इस बार आमेर स्थित शिला माता मंदिर में घट स्थापना प्रतिपदा तिथि को सुबह 7:05 पर होगी 22 अक्टूबर को छठ का मेला नहीं भरेगा 23 अक्टूबर को निशा पूजन रात्रि 10:00 बजे होगी 24 अक्टूबर को शाम 4:30 बजे पूर्णाहुति होगी 26 अक्टूबर को सुबह 10:30 बजे नवरात्रा स्थापना होगी.राजापार्क के पंचवटी स्थित माँ वैष्णो देवी मंदिर में भी भक्त बाहर से ही माता रानी के दर्शन कर सकेंगे. हालांकि मन्दिर में सजावट रहेगी.पुजारी ही मन्दिर में पूजा अर्चना कर सकेंगे.
Shila Mata Temple at Amer Mahal of Jaipur will be closed for visitors at Navratri