धार जिले के कुक्षी तहसील के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय टांडा में विद्यार्थियों का प्रवेश ना मिलने के कारण आदिवासी छात्र संगठन प्रदेश संगठन मंत्री मुकामसिंह अलावा के नेतृत्व में आदिवासी छात्र संगठन टांडा ने दिया ज्ञापन
धार जिले के कुक्षी तहसील के बाग ब्लॉक के टांडा में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय टांडा में विद्यार्थियों को प्रवेश न मिलने के कारण आदिवासी छात्र संगठन ने ज्ञापन दिया है | आदिवासी छात्र संगठन का कहना है कि, जब सरकार रुक नहीं जाना योजना चला सकती है | तो प्रवेश भी हो जाना चाहिए क्योंकि रुक जाना नहीं योजना के तहत पास हुए विद्यार्थियों का 10 वी के विद्यार्थियों का एडमिशन नहीं हो रहा है | एवं 10वीं में सप्लीमेंट्री में पास हुए विद्यार्थियों का भी प्रवेश नहीं हो रहा है | इससे विद्यार्थी दिन प्रतिदिन शिक्षा से वंचित होते जा रहे हैं | एवं प्रवेश के लिए दौड़ लगा रहे लेकिन प्रवेश का नाम नहीं है | और निचली क्लास में भी जैसे 8वीं पास होकर 9वी में प्रवेश लेना चाहता विद्यार्थी उसका भी प्रवेश नहीं हो रहा है | क्योंकि लॉकडाउन में स्कूल तो चल नहीं रही और प्रवेश हो रहा है | तो प्रवेश भी नहीं दिया जा रहा है | आदिवासी छात्र संगठन का यह भी कहना है कि, इस क्षेत्र में एवं शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय टांडा में भी शिक्षकों की बहुत कमी होने के कारण विद्यार्थियों को शिक्षा भी सही से नहीं मिल पाती है | आदिवासी छात्र संगठन ने उच्च शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश शासन भोपाल से यह मांग की है | कि न्यू शिक्षकों की नियुक्ति की जाए नई भर्ती नहीं होती है | तो गेस्ट फैकल्टी की नियुक्ति की जाए क्योंकि शासकीय स्कूलों में शिक्षकों की कमी है | और प्रवेश भी नहीं हो रहा है और प्राइवेट स्कूल में जाओ तो शिक्षकों की कमी नहीं है | और प्रवेश का भी दरवाजा बंद नहीं है खुला है लेकिन आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण यहां के विद्यार्थी प्राइवेट स्कूल में शिक्षा नहीं ले पाते हैं | क्योंकि इतने इनकम नहीं है प्राइवेट स्कूल में अपने बच्चे को पढ़ा नहीं पाएंगे, ज्ञापन के दौरान आदिवासी छात्र संगठन प्रदेश संगठन मंत्री मुकामसिंह अलावा आदिवासी छात्र संगठन जिला मीडिया प्रभारी मुकेश बघेल राजेंद्र डावर राजेंद्र मंडलोई टुलसिंह सोलंकी सुरसिंह जमरा संतोष अखाड़िया चंद्रपाल अखाड़िया छात्राएं रंजना पूजा प्रियंका राजू आदि छात्र छात्राएं सैकड़ों की संख्या में उपस्थित थे |