इंदौर कलेक्टर के आदेश पर सालों से गुमनामी और मुफलिसी का जीवन जी रहे प्रदेश के सबसे बड़े ऑर्केस्ट्रा कलाकार प्रभात चटर्जी के घर पहुंची सामाजिक न्याय विभाग की टीम, अब वृद्ध आश्रम में होगी उनकी देखभाल, मीडिया से बात करते हुए दीया जिंदादिली का सबूत
मध्य प्रदेश:- के हृदय स्थल इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह को जब एक बुजुर्ग अकार्डिर्यंन प्लेयर कलाकार की दयनीय स्थिति की जानकारी मिलने पर कलेक्टर दुवारा तत्काल प्रभाव से सामाजिक न्याय विभाग को आदेश जारी करते हुए बुजुर्गों की सहायता व उसकी देखरेख के लिए आदेश जारी किया जिसके बाद न्या के लिए आदेश जारी किया जिसके बाद सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारी बुजुर्ग की सहायता करने पहुंचे । बता दे 1975 के दशक के मशहूर अकार्डिर्यंन प्लेयर कलाकार प्रभात चैटर्जी वर्षों से माली हालत व शारीरिक कमजोरी के कारण काफी दयनीय स्थिति में इंदौर के बंगाली चौराहा स्थित खाली पड़ी बिल्डिंग में अकेले अपना जीवन यापन कर रहे थे और वही आसपास रहने वाले रहवासियों दुवारा उन्हें भोजन सहित अन्य मदद की जा रही थी, लेकिन जब मशहूर कलाकार प्रभात चटर्जी की जानकारी कलेक्टर मनीष सिंह को लगी तो उन्होंने तत्काल प्रभाव से सामाजिक न्याय विभाग को इसकी सूचना देने के बाद बुजुर्ग कलाकार के हाल-चाल व उनकी सहायता के लिए आदेश जारी किए जिसके बाद सामाजिक न्याय विभाग के कई अधिकारी उनके घर पर पहुंचे अधिकारी उन्हें अपने साथ वृद्ध आश्रम ले गए हैं | जहां पर शारीरिक सहित हड्डी के डॉक्टरों को बुजुर्ग प्रभात चटर्जी को दिखाया जाएगा और उसके बाद ही उन्हें उनकी इच्छा के अनुसार वृद्ध आश्रम सहित जहां वहां रहना चाहेंगे उन्हें वहां पर रखा जाएगा, तो वही मशहूर अकार्डिर्यंन प्लेयर प्रभात चैटर्जी ने शरीरिक कमजोरी और सुनने की भेल ही शक्ति कमजोर हो गई हो लेकिन आज भी उनकी दीमक में आज भी उनके द्वारा स्थापित किए गए आर्केस्ट्रा चटर्जी ग्रुप के बारे में पूरी जानकारी है | मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि मैं तो केवल अब टाई लगाकर बैठूंगा और यह सब कलाकार काम करेंगे मेरा तो केवल चेहरा ही काफी है बड़े-बड़े लोग मेरे आर्केस्ट्रा में शिरकत करने आते थे, फिलहाल सामाजिक न्याय के अधिकारी उन्हें अपने साथ वृद्धा आश्रम ले गए हैं, जहां उनके शारीरिक चेकअप के बाद उनकी इच्छा के अनुसार उन्हें रखा जाएगा |