फर्जी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन दिखा किराना दुकान मालिक को चुना लगाने वाला गिरफ्तार, पहले खुद को पुलिस अधिकारी का ड्राईवर बता रहा था, जैसे ही थाने ले गए खुल गई पोल, खजराना पुलिस ने दर्ज किया मामला
बाईट- दिनेश वर्मा खजराना थाना प्रभारी
मध्य प्रदेश:- मैं ऑनलाइन ट्रांजैक्शन का जिस तरह से चलन बढ़ता जा रहा है, उसी तरह से धोखाधड़ी के मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं | इसी कड़ी में खजराना थाना क्षेत्र में किराना व्यवसाई के साथ लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे कर दिया है | फिलहाल पुलिस पकड़ा युवक से पूछताछ में जुटी हुई है | इंदौर के खजराना थाना क्षेत्र में किराना व्यवसाई के साथ ऑनलाइन ट्रांजैक्शन को लेकर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है | बताया जा रहा है कि क्षेत्र में ईशान गुप्ता नामक व्यक्ति का किराने का व्यवसाय है जहां पर पिछले दिनों सचिन मुकाती नामक व्यक्ति द्वारा ₹130000 तक किराने का सामान खरीदने को लेकर किराना व्यवसाई को लिस्ट दी गई थी, किराना व्यवसाई द्वारा उसे लिस्ट के अनुसार सामान उपलब्ध कराया गया था, जिसमें से कुछ सामान बाकी था सामान का पेमेंट करने को लेकर आरोपी सचिन मुकाती द्वारा एचडीएफसी बैंक की ऑनलाइन ऐप के माध्यम से शुरुआत में ₹7000 का ऑनलाइन पेमेंट का मैसेज दिखाकर कुछ सामान आरोपी अपने साथ ले गया था, लेकिन जब किराना व्यवसाय के खाते में पैसे नहीं आए तो उन्होंने सचिन मुकाती से बात की तो उसने उन्हें ऑनलाइन मैसेज भी दिखाया, इसी बात को लेकर दोनों में काफी बहस भी हुई जिसके चलते आरोपी सचिन मुकाती ने अपने आप को पुलिस अधिकारी का ड्राइवर भी बताया था, जिसके बाद व्यवसायिक ने सचिन मुकाती को पकड़कर खजराना थाना ले गए, जहां पर सारे फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ, बता दें पकड़ाए सचिन मुकाती बाणगंगा थाना क्षेत्र का रहने वाला है और एंबुलेंस संचालक है जो कि एक सॉफ्टवेयर हैकर है | पुलिस ने फरियादी के अनुसार धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया है तो वही सचिन मुकाती को सलाखों में पीछे कर दिया है | बता दे पुलिस सचिन मुकाती के ऑनलाइन ट्रांजैक्शन वाले फर्जी सॉफ्टवेयर हुआ उसके खातों से संबंधित बैंक अधिकारियों से चर्चा कर अन्य धोखाधड़ी के मामलों में भी जांच में जुट गई है | बता दे पिछले दिनों इसी तरह की एक महिला द्वारा भी शहर की कई दुकानों से पेटीएम के सॉफ्टवेयर का उपयोग कर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दे चुकी है | लगातार बढ़ते रुपयों के ऑनलाइन ट्रांसलेशन के चलते घटनाएं बढ़ती हुई नजर आ रही हैं | पुलिस का कहना है कि इस तरह की घटनाओं में सचेत रहें और ट्रांजैक्शन का पुख्ता सबूत होने के बाद ही खरीदार को माल उपलब्ध कराएं,