देपालपुर :–भक्ति अगर हो तो भाव से होनी चाहिए उक्त उदगार भागवताचार्य पंडित गौरव व्यास ने खेड़ापति हनुमान मंदिर में चल रही,
श्री मदभागवत कथा के तीसरे दिवस में कहे- भागवताचार्य पंडित गौरव व्यास ने विदुर जी का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि विदुर जी के घर जब भगवान जाते थे तो विदुर जी की पत्नी विदुरानी भगवान कृष्ण की छवि देख कर इतनी भाव विभूर हो जाती थी की वह भगवान को केले नही केले का छिलका खिलाती थी और भगवान उसको भाव से खाते थे ।
भगवान को भाव से एक पुष्प भी चढ़ जाए तो भगवान भक्त के हो जाते हैं | भागवत कथा के साथ साथ खेड़ापति हनुमान मंदिर में सप्त दिवसीय गौ वृषभ विवाह भी चल रहा है गृहस्थ जीवन में जिस प्रकार अपने पुत्र का विवाह होता हे उसी प्रकार से गौ ओर नन्दी को भी गणेश पूजन से लेकर हल्दी मेहंदी की रस्म कराई जा रही हे 27 फरवरी को श्रीमद् भागवत महापुराण की पूर्णाहुति दिवस पर गौ वृषभ सहविधि सम्पन्न होगा |