हे राम ! बीमारी आउट ऑफ कंट्रोल, बचने के टीका आउट ऑफ स्टॉक, ऊपर से सैंकड़ों की संख्या में लोग चिपक के खड़े इंदौर की दवाई दुकान पर
बाइट- अमित मालाकार नोडल अधिकारी कोविड 19 इंदौर
इंदौर:- कोरोना महामारी से तो जूझ ही रहा है लेकिन अब रेमडिसिवर इंजेक्शन के अभाव में भी जूझ रहा है दवाई की दुकानों के बाहर लंबी लंबी कतारें लगी हुई हैं बावजूद लोगों को इंजेक्शन नहीं मिल पा रहे हैं प्रशासन की इंजेक्शन का जो शोटेज हुआ है इसके पीछे का कारण भी महाराष्ट्र में अधिक मरीज निकलने का बताया है गुजरात और महाराष्ट्र से जितनी मात्रा में इंजेक्शन मिलने चाहिए वह नहीं मिल पा रहा है इसी के चलते इंजेक्शन की कमी आई है वही रेमडिसिवर इंजेक्शन में आई कमी को देखते हुए कांग्रेस ने मोर्चा संभाल लिया है और कांग्रेस विधायक ,संजय शुक्ला, ने आरोप लगाकर कहा कि जो इंजेक्शन है उसकी कालाबाजारी की जा रही है जो इंजेक्शन 2000 से 2500 में मिलना चाहिए ₹10000 में मिल रहा है बेड की भी कमी बताते हुए ,संजय शुक्ला, ने जमकर कोसा और साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री जी से मिलकर इंदौर में इंजेक्शन की कमी ना हो इसको लेकर मुलाकात कर आग्रह करेंगे वही देखा जाए तो रेमडिसिवर इंजेक्शन है क्या जब इस बारे में नोडल अधिकारी ,डॉ अमित, मालाकार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह एंटीडोस है जोकि कोरोना पेशेंट को लगाया जाता है इसके 5 दिन में 6 डोज लगाए जाते हैं 5 दिन तक लगने वाले इन इंजेक्शन में पहले दिन दो डोज लगाया जाता हैं उसके बाद एक एक रोज लगाया जाता है इस की शॉर्टेज को लेकर भी उन्होंने कहा की लगातार कोरोना पेशेंट में बढ़ोतरी हो रही है हर दिन लगभग 800 से ऊपर मरीज आ रहे हैं ऐसे में जो अस्पताल में हैं वह भी कहीं ना कहीं फुल होती दिखाई दे रही है इंदौर में अभी 6000 से ऊपर बेड कोरोना पेशेंट के लिए तैयार किए थे लेकिन जिस प्रकार से कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं बेड बढ़ाने की कबायद की जा रही हैं |