कोटा के इटावा में चंबल पर फ्लाई ओवर बनाने के लिए साइट सर्वे पर पहुंचे एडिशनल चीफ पीडब्ल्यूडी कोटा सुरेश बैरवा, एस ई आरके सोनी और XEN , पिछले साल चंबल नदी में नाव डूबने से हो गई थी 13 की मौत, उसके बाद से ही वहां 50 करोड़ की लागत से पुल बनाने के लिए अधिकारियों को मिले थे निर्देश
इटावा. क्षेत्र में चम्बल ढीपरी व गोठड़ाकलां के बीच बनने वाले उच्चस्तरीय पुल निर्माण के लिए गुरुवार को मुख्य अभियंता सुरेश बैरवा, अधीक्षण अभियंता आरके सोनी, अधिशासी अभियंता ,मुकेश मीणा, ने जगह को चिन्हित करने के लिए निरीक्षण किया । साथ ही पुल निर्माण के लिए डीपीआर तैयार करने की तैयारियां शुरू की ।
इटावा पीडब्ल्यूडी एक्सईएन मुकेश मीणा ने बताया कि इसके साथ ही 50 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले स्टेट हाइवे सड़क रजोपा से ढीपरी व इटावा से शहनावदा पर बनने वाली सड़क का भी सर्वे किया गया। एक्सईएन मीणा ने बताया कि राज्य सरकार ने बजट में गोठड़ा के पास चंबल नदी पर पुल बनाने की घोषणा की थी । जिसकी डीपीआर तैयार करने के लिए 30 लाख की राशि स्वीकृत की गई है ।
गौरतलब है कि यहां चम्बल नदी पर गत वर्ष 16 सितंबर को चम्बल नदी में नाव दुखान्तिका में 13 लोग काल के ग्रास बन गए थे। जिसके बाद यहां पुल निर्माण को लेकर लगातार ग्रामीण मांग कर रहे थे । जिसको देखते हुए राज्य सरकार ने यहां पुल निर्माण की घोषणा की थी। जिसकी डीपीआर तैयार करने के लिए अधिकारियों द्वारा जगह का निरीक्षण किया गया। डीपीआर तैयार करके राज्य सरकार को भिजवाई जाएगी, जिसके बाद पुल निर्माण की राह आसान होगी ।
स्टेट हाइवे 120 से होगा जुड़ाव: राज्य सरकार की ओर से रजोपा से इटावा होते हुए शहनावदा तक स्टेट हाइवे 120 घोषित किया गया है, जो पार्वती नदी से होते हुए एमपी से जुड़ेगा। चम्बल नदी पर ढीपरी चम्बल व गोठड़ा के बीच पुल बनने से स्टेट हाइवे से सीधा जुड़ेगा। जिससे लोगों का बूंदी जिला व इटावा क्षेत्र के लोगों का एमपी से सीधा जुड़ाव हो जाएगा । वहीं इटावा क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित होंगे ।
अन्य सड़कों का भी किया निरीक्षण: मुख्य अभियंता बैरवा व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने क्षेत्र में अन्य स्वीकृत सड़कों तथा अन्य कार्यों का भी निरीक्षण किया तथा कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। वहीं क्षेत्र के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।