ब्यावर के पिपलाज के सामने से गुजरी बीसलपुर लाइन लेकिन कस्बे में नहीं एक भी कनेक्शन, खराब प्लानिंग का खामियाजा भुगत रहे 5000 लोग और 400 फैक्ट्री
पीपलाज में सूखी पड़ी पानी की खेली ।
खरवा कहने को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 पर स्थित पीपलाज ग्राम पंचायत मुख्यालय है, मगर लगभग 5000 की आबादी होने के बावजूद पानी के लिए सरकारी स्तर पर कोई व्यवस्था नहीं किए जाने से गांव में पीने का पानी संकट बना हुआ है ।
सबसे बड़ी बात यह है कि पीपलाज के सामने से ही बीसलपुर की पाइप लाइन ब्यावर की ओर जा रही है इसके बावजूद पीपलाज को पानी की लाइन से नहीं जोड़ा गया। पीपलाज क्षेत्र में आसपास में लगभग 300 से 400 मिनरल फैक्ट्रियां भी हैं जहां सैकड़ों की तादाद में बिहार और उत्तर प्रदेश से आए श्रमिक स्थाई रूप से निवास कर रहे हैं जिनके समूह पर पानी की समस्या बनी हुई है ।
पीपलाज पंचायत मुख्यालय पर राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित होने के चलते राजमार्ग के दोनों और 100 से अधिक व्यवसाय की दुकानें भी बनी हुई हैं ।
दुकानदाराें काे भी पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। ग्रामीणों को मजबूरी में टैंकरों से पानी लेना पड़ रहा है। आईटी सेल के निवर्तमान जिला सह संयोजक ऋषि टांक का कहना है कि ग्रामीण अपने स्तर पर भी राजकीय पोर्टल पर शिकायतें कर पानी की समस्या के शीघ्र समाधान की मांग करते आ रहे हैं ।
पोर्टल पर शिकायत डाल कर समस्या के समाधान की मांग की थी जिस पर अधिकारियों ने इसे प्रधानमंत्री योजना के तहत समाधान करने का आश्वासन दिया, मगर अभी भी हालात जस के तस बने हैं ।
हैंडपंप तो है मगर पर्याप्त नहीं : हालांकि पीपलाज के ग्रामीण क्षेत्र में हैंडपंप भी लगे हुए हैं, मगर अधिकांश हैंडपंप खराब हैं या फिर उनसे बड़ी मुश्किल से पानी आता है । गांव में जो कुएं स्थापित हैं वे बरसात के पानी पर ही निर्भर करते हैं ।
ग्राम पंचायत स्तर पर प्रस्ताव पारित कर घरेलू कनेक्शन लगाने के लिए उच्च स्तर पर सभी से मांग की गई, मगर अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई अभी पंचायत स्तर पर जिला परिषद की स्वीकृति से दो जीएलआर का निर्माण करवाया है । साथ ही पुराने कुओं की सफाई और जलस्तर बढ़ाने के लिए भी पंचायत स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। धन्नी देवी, सरपंच, पीपलाज