पीएचईडी पीडब्ल्यूडी आमने सामने : ब्यावर में 60 लाख की लागत से बने विकास पथ को खोद पानी की लाइन बिछाने की थी तैयारी, खबर चली तो जागा पीडब्ल्यूडी, बोले लाइन बिछाने है तो सड़क किनारे नाले का सहारा लेकर बिछाओ
सड़क खोदने की स्वीकृति नहीं देंगे, लाइन बिछानी है तो नाले के सहारे बिछाएं: पीडब्ल्यूडीविकास पथ तैयार होने के बाद पेयजल लाइन बिछाने के लिए बजट हुआ मंजूर: पीएचईडी
पीएचईडी ने कर्बला मार्ग पर बिना मंजूरी के 480 मीटर पाइप लाइन बदलने की कर ली थी तैयारी, एक अखबार में खबर प्रकाशित होने के बाद पीडब्ल्यूडी ने मामले पर जताई थी आपत्ति, आसपास के क्षेत्रवासी और ग्रामीणों को भी था एतराज- बोले, बरसों बाद तो सड़क बनी, अगर खुदाई हुई तो फिर क्षतिग्रस्त सड़क से ही आना-जाना पड़ेगा
पीडब्ल्यूडी ने कर्बला मार्ग पर हाल ही में 60 लाख रुपए से बने विकास पथ पर पीएचईडी द्वारा लाइन बिछाने के लिए खुदाई की तैयारी को ध्यान में रखते हुए आपत्ति जताई है । विभागीय अधिकारियों का कहना है कि किसी को भी खुदाई की स्वीकृति नहीं दी जाएगी । यदि कोई विभाग या कंपनी पीडब्ल्यूडी की बिना अनुमति के मौके पर खुदाई करती है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
इधर पीएचईडी अधिकारियों का कहना है कि जब विकास पथ तैयार हुआ उसके बाद सरकार ने यहां से गुजरने वाले पुरानी लाइन को बदलने के लिए बजट मंजूर किया। मामला प्रकाश में आने के बाद पीडब्ल्यूडी ने खुदाई के लिए अनुमति देने से इनकार करते हुए पीएचईडी को सलाह दी कि विकास पथ के सहारे जो नाला गुजर रहा है वहां लाइन बिछाए ।
अब आगे क्या: नाले के सहारे पाइप लाइन बिछाई जाए
सवाल यह उठता है कि जब सार्वजनिक निर्माण विभाग ने खुदाई की अनुमति देने से इनकार कर दिया तो लाइन कैसे बिछाई जाएगी, क्योंकि पुरानी क्षतिग्रस्त लाइन की वजह से इससे जुड़े 250 परिवारों को पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा है । इसे ध्यान में रखते हुए पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने पीएचईडी को विकास पथ खोदने के बजाय उसके समीप से गुजर रहे नाले के सहारे लाइन बिछाने की सलाह दी है। जिससे नवनिर्मित विकास पथ भी सुरक्षित रहेगा और क्षेत्रवासियों की पानी की समस्या भी दूर हो जाएगी ।
विकास पथ किनारे खुदाई की सूचना मिलने को गंभीरता से लेते हुए विभागीय अधिकारियों ने मौका-मुआयना किया। उन्होंने भी माना कि पीएचईडी ने बिना किसी सूचना के मौके पर पाइप रखवा दिए, यह तो समय रहते इसकी जानकारी मिल गई, अन्यथा नवनिर्मित विकास पथ को खोदकर यहां लाइन बिछाने की पूरी तैयारी थी ।
पीडब्ल्यूडी एक्सईएन ने इस संबंध में पीएचईडी अधिकारियों को पाबंद किया कि वे बिना अनुमति खुदाई न करें। यदि ऐसा हुआ तो नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी ।
क्या है मामला
मालूम हो कि सार्वजनिक निर्माण विभाग ने जनवरी के अंत में कर्बला मार्ग पर 60 लाख रुपए की लागत से करीब एक किलोमीटर लंबे विकास पथ का निर्माण कराया था। इसके बनने से आसपास के करीब 35 गांवों के लोग ब्यावर तक आसानी से आवागमन कर रहे हैं। विकास पथ तैयार होने के बाद फरवरी के अंत में यहां पीएचईडी ने पाइप रखवा दिए। पता चला कि विकास पथ की खुदाई कर 480 मीटर पुरानी पाइप लाइन बदली जाएगी ।
ऐसे में क्षेत्रवासियों सहित आस-पास के ग्रामीणों ने भी इस पर आपत्ति जताई। उनका कहना था कि जब विकास पथ तैयार हो रहा था तो उससे पहले ही प्रशासन ने यहां लाइन बिछाने की व्यवस्था क्यों नहीं कराई । अब विकास पथ पर यदि खुदाई होती है तो एक बार फिर बरसों पुरानी समस्या जस की तस नजर आएगी और ग्रामीणों को सुगम आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
60 लाख रु. से बने विकास पथ को खोदने का मामला
सड़क खोदने के लिए नहीं देंगे अनुमति
हाल ही में 60 लाख रुपए की लागत से एक किमी विकास पथ का निर्माण कराया गया, ऐसे में किसी को भी इसे खोदने की स्वीकृति नहीं दी जाएगी । यदि पीएचईडी को लाइन बिछानी है तो वह नाले के सहारे बिछाए। यदि किसी ने भी विभाग की अनुमति बिना सड़क को खोदा तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी । ओपी चौहान, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी
ब्यावर. कर्बला मार्ग पर रखे पाइप।