जैसलमेर से बॉर्डर से सटे गांवों को मिली सोलर ट्यूबवेल की सौगात : जोधपुर की फर्म ने चालू किए पांच गांव में ट्यूबवेल, 15 से 20 फीट ऊंचा लगाया सोलर पैनल ताकि आंधियों से नुकसान न पहुंचे
भारत-पाक बॉर्डर के गांवों में पानी की समस्या से जल्द ही निजात मिलेगी बिजली के अभाव में अब ट्यूबवेल सौर ऊर्जा से संचालित होंगे |
जलदाय विभाग ने पहले चरण में बीएडीपी योजना से पांच गांवों में ट्यूवबेल सौर ऊर्जा संयंत्रों से संचालित करने की कवायद शुरू की है विभाग ने वीनस रिन्यूवल कंपनी जोधपुर को सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने का टेंडर जारी किया है।
दूसरे चरण में शेष रहे गांवों में सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए जाएंगे गौरतलब है कि सरहदी गांवों में बिजली की सुविधा नहीं है ऐसे में डीजल सेट से ट्यूबवेल चलाने पर राशि अधिक खर्च होती है । इस वजह से पानी की सप्लाई बाधित रहने से लोगों को गर्मी की सीजन शुरू होते ही पेयजल समस्या से जूझना पड़ता है हालात यह है कि इन गांवों के लोगों को पांच सौ से आठ सौ रुपए देकर टैंकर मंगवाने पड़ रहे हैं ।
सोलर सिस्टम लगने से पानी की नियमित सप्लाई होगी
जानकारी के अनुसार कुछ साल पहले तक जहां बिजली नहीं थी वहां डीजल पंप चल रहे थे। लाखों रुपए खर्च आ रहा था । कुछ समय पहले इन इलाकों में सोलर प्लांट लगने शुरू हो गए, उनकी ऊंचाई तीन से चार फीट थी जिससे वे कामयाब नहीं हो पाए लेकिन अब जो सोलर प्लांट लग रहे हैं उनकी ऊंचाई 15 से 20 फीट है ।
जिसके चलते उन्हें नुकसान नहीं होगा और आगामी कई सालों तक सोलर प्लांट कामयाब रहेंगे। आगामी दिनों में जिले के ऐसे रिमोट एरिया जहां बिजली नहीं है वहां सभी जगह सोलर प्लांट लगाए जाएंगे ।
हाल ही में बीएडीपी के तहत स्वीकृत पांच गांवों में सोलर प्लांट लगाए गए हैं ये ऐसे रिमोट इलाके थे जहां बिजली नहीं थी और बड़ी मुश्किल से प्राचीन कुओं से ऊंटों के माध्यम से पानी निकालकर लोग अपनी और अपने मवेशियों की प्यास बुझा रहे थे ।
अब वहां पानी की कमी नहीं रहेगी आगामी दिनों में अन्य रिमोट इलाकों के लिए भी इस तरह के प्लांट लगाए जाने की योजना है। चुतराराम,एक्सईएन जलदाय विभाग ।
सीमा के नजदीक स्थित करमावाला, नवातला, सेऊवा तला, सांकड़िया तला, घोसुअाला तला में सौर ऊर्जा के संयंत्र लग चुके हैं। जहां अब ट्यूबवेल सौर ऊर्जा से चल रहे हैं ओर अब इन गांवों में पानी की कमी नहीं है ।
कंपनी के इंजीनियर सूर्यदेवसिंह ने बताया कि जब ट्यूबवैल चालू हुआ और पानी निकलना शुरू हुआ तो ग्रामीणों की खुशी का ठिकाना नहीं था ।
ग्रामीण अलशेर खां ने बताया कि हर साल गर्मियों में सैकड़ों पशु मरते थे लेकिन इस बार नहीं मरेंगे
जिले के करमावाला, नवातला समेत पांच गांवों में सौर ऊर्जा संयंत्र मंजूर, दूसरे चरण में अन्य गांवों को मिलेगा फायदा