कोरोना महामारी को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा 18 साल से अधिक आयु के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने के फैसले पर अब राजनीति शुरू हो गई है, राज्य के चिकित्सा मंत्री ,डॉ रघु शर्मा, ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि 18 वर्ष और उससे ऊपर के लोगों को वैक्सीन तभी लगाई जा सकती है जब राज्य सरकार के पास उसके हिसाब से स्टॉक उपलब्ध हो, राजस्थान में फिलहाल 45 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों का कोविड वैक्सीनेशन ही पूरा नहीं किया गया है क्योंकि केंद्र सरकार द्वारा भेजी गई डोज बीच में ही खत्म हो गई थी जिसके बाद आग्रह पर करीब 17 लाख डोज और भेजी गई है जो फिलहाल पर्याप्त नहीं है ।
रघु शर्मा ने बताया की राजस्थान पूरे देश में कोविड वैक्सीन अभियान में नंबर वन रहा है लेकिन जब तक केंद्र सरकार जनसंख्या के हिसाब से वैक्सीन उपलब्ध नहीं करवाती तब तक 18 वर्ष और उससे ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगाना एक चुनौतीपूर्ण काम है ।
आपको बता दें राजस्थान देश के उन सभी राज्यों में अव्वल है जहां कोरोना वैक्सीन लगाने का अभियान चलाया जा रहा है लेकिन राजस्थान में भी लाखों की संख्या में वैक्सीन बर्बाद हुए हैं ऐसे में विफलता का ठीकरा सिर्फ केंद्र सरकार के माथे पर फोड़ना ठीक नहीं है हालांकि डॉ रघु शर्मा ने केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकारों को 18 वर्ष से ऊपर की उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाने की जिम्मेदारी सौंपने को सकारात्मक तरीके से लिया है लेकिन अब देखना यह है की मौजूदा स्थिति में राज्य सरकार किस तरह से प्रदेश की जनता को वैक्सीन द्वारा पूर्णा से सुरक्षा देती है ।