पुलिस बेरहमी का वीडियो जिसने भी देखा सिहर गया, इंदौर आजाद नगर थाने के फर्श पर रोता बिलखता चीखता हुआ आदमी और उसके सामने उसके दो छोटे बच्चे मां और बहन बेबस, पेचकस से नाखून खींचे , हथौड़े से पिटाई की , शरीर का कोई अंग ऐसा नहीं जहां नील ना पड़ी हो, क्या सिर्फ टीआई को सस्पेंड करना बहुत है? क्या सीएसपी को नहीं पता होना चाहिए कि 3 दिन से बिना कोर्ट में पेश किए थाने में कौन बंद है?
इंदौर – एक बदमाश को तीन दिनों से आजाद नगर थाने में बंद कर उसकी पिटाई करने और उसके नाखून तक निकालने के मामला सामने आने के बाद आजाद नगर टीआई को वरिष्ठ अधिकारियों ने देर रात लाइन अटैच कर दिया । टीआई मनीष डावर द्वारा परिजनों से एक लाख रुपये की मांग की गई थी पैसे नही देने पर उन्होंने आरोपि की जमकर पिटाई की ओर वरिष्ठ अधिकारियों से मामले को छिपाया था । अब पूरे मामले की जांच वरिष्ठ अधिकारी कर रहे है ।
मामला आजाद नगर थाना क्षेत्र का है । यह तीन दिन पहले रामराज नाम के युवक को पुलिस ने मारपीट के मामले मे पकडा था । परिजनो की माने तो आजाद नगर टीआई ने एक लाख रुपये परिजनों से आरोपी को छोड़ने के एवज में मांगे थे जो नही देने पर उसे थाने में ही बंद कर जमकर पीटा । आरोपी मौका पाकर दो दिन पहले हथकड़ी सहित थाने से भाग निकला तो पुलिस ने कुछ घंटों बाद उसे घेराबंदी फिर पकड़ा और थाने लाकर उसके पैरों के नाखून निकालकर उसके पैर तोड़ दिए थे । जबकि नियम अनुसार आरोपी को 24 घण्टे में कोर्ट में पेश करना होता है । मामले का वीडियो सोशल मीडिया में आने के बाद हंगामा मच गया । आरोपी के परिवार के लोग उसके दो छोटे छोटे बच्चों के साथ पिछले तीन दिन से थाने के बार बैठे थे ।
बाइट – खुशबू ,बहन
वीओ -देर रात मीडिया द्वारा द्वारा उठाए गए मामलो की जानकारी सामने आते ही वरिष्ठ अधिकारियों ने टीआई मनीष डावर को तुंरन्त लाइन अटैच कर दिया और सीएसपी नंदिनी शर्मा को मामले की जांच सोपी है ।
बाईट – नंदिनी शर्मा सीएसपी
टीआई द्वारा लापरवाही ओर वसूली का यह पहला मामला नही है । पिछले दिनों भी वसूली के चलते सोशल मीडिया और क्षेत्र के लोगो ने उनके खिलाफ लिखा था । अब देखना होगा कि टीआई को वरिष्ठ अधिकारी किस तरह की सजा देते है ।