Jannah Theme License is not validated, Go to the theme options page to validate the license, You need a single license for each domain name.
इंदौर

रेमेडिसीवर ब्लैक करने वाला खुद संक्रमित : बीस हज़ार प्रति इंजेक्शन में सौदा करते तीन लड़कों को इंदौर पुलिस ने पकड़ा जिसमे से मुख्य आरोपी खुद निकला कोरोना संक्रमित, मचा हड़कंप

इंदौर दिनांक 17 मई 2021- इंदौर क्राइम ब्रांच और कनाड़िया पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन के तहत रेमेडिसीवर इंजेक्शन की कालाबाज़ारी करने तीन नौजवान लड़कों को गिरफ्तार किया है, हड़कंप तो तब मच गया जब मुख्य आरोपी रवि खुद कोरोना पोसिटिव निकला जिसे पुलिस ने भारी लक्षण होने पर घरवालों की मदद से सेवाकुंज अस्पताल में भर्ती करवाया।

असल में थाना क्राईम ब्रांच को विश्वसनीय मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि संचार नगर चौराहा,कनाडिया रोड पर रवि नाम का व्यक्ति एक सफेद रंग की एविएटर गाडी से रेमडेसिविर इंजेक्शन को विक्रय करने हेतू आने वाला है। उक्त सूचना पर विश्वास कर क्राईम ब्रांच की टीम ने मुखबिर के बताए स्थान पर पहुची जंहा दो अन्य व्यक्ति गोल्डन कलर की जूपीटर गाडी से आए और एविएटर के पास खडे होकर लेन देन करने लगे, तीनो व्यक्तियों को क्राईम ब्रांच इंदौर व थाना कनाडिया की संयुक्त कार्यवाही मे घेरा बंदी कर पकडा जिसमे एक व्यक्ति ने अपना नाम पूछने पर (1)-रवि पिता दिनेष वैष्णव उम्र 24 वर्ष निवासी 60बी वैभव नगर ,नियर बंगाली चौराहा इंदौर, बताया वह दूसरे ने अपना नाम (2)अभिषेक पिता जयप्रकाश केथवास उम्र 21 वर्ष निवासी-एफ 15 स्कीम नं. 140 पावर हाउस के पास इंदौर होना बताया व तिसरे व्यक्ति ने अपना नाम (3)गौरव पिता बद्रीलाल पाटीदार उम्र 21 साल निवासी 55 गणनायक नगर मयूर हास्पिटल के पिछे बंगाली चौराहा इंदौर बताया।

इनमें से रेमेडिसीवर का जुगाड़ करने वाला मुख्य आरोपी ने पुलिस को बताया की कुल 6 इंजेक्शन उसके मामा को लगने थे जिसमें से चार ही लगे तो वो बचे हुए दोनों इंजेक्शन को बीस हज़ार रूपये प्रति इंजेक्शन के रूप में बेचने के लिए ले आया हालाँकि पुलिस को वो कोई भी दस्तावेज़ इस सम्बन्ध में नहीं दिखा पाया , गिरफ्तार होने के बाद थाने में बंद रवि में जब covid के भारी लक्षण दिखे तब उसे तुरंत घरवालों की मदद से सेवाकुंज अस्पताल में भर्ती करवाया गया।

तीनो आरोपीयों से 02 दोपहिया वाहन व 02 रेमडेसिविर इंजेक्शन जप्त कर थाना कनाडिया जिला इन्दौर मे अपराध क्रमांक 290/21 धारा 420,188,3 भादवि एवं महामारी अधि.1897 में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया है व आरोपियों से पूछताछ में और भी खुलासा होने की संभावना है ।

Related Articles

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker