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जयपुर

जयपुर पुलिस का साइबर फाइनेंसियल फ्रॉड विंग गठित, किसी भी तरह की ऑनलाइन ठगी की शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी, ठगी हुई राशि को भी अपराधी द्वारा विड्रोल से रोका जाएगा

प्रेस नोट

-आयुकतालय, जयपुर में सायबर फाइनेन शियल फ्रॉड इकाई का गठन

-हेल्पलाईन नम्बर 455260 अथवा कन्‍्ट्रोल रूम नम्बर 400,/442 पर दर्ज
करा सकेगें अपनी शिकायते

– कोरोना महामारी के दौरान औसत 35 व्यक्तियों के साथ प्रतिदिन लगभग
42 लाख रूपये की ठगी

कोरोना माहमारी के दौरान बढते सायबर फाइनेन शियल फ्रॉड को मध्यनजर रखते हुये जयपुर पुलिस द्वारा सायबर फाइनेंशियल फ्रॉड इकाई का गठन किया गया है। किसी व्यक्ति के साथ यदि कोई सायबर अपराधी द्वारा फाइनेंशियल अपराध किया जाता है, तो पीडित व्यक्ति द्वारा इस इकाई से सम्पर्क करने पर पीडित को कानूनी प्रक्रिया में मदद की जावेगी तथा फ्रॉड की गई धनराशि को अपराधी के बैंक खाते से निकासी को रोका जायेगा। इस हेतु हेल्पलाईन नं. 455260 शुरू किया गया है। पीडित व्यक्ति अपनी शिकायत कन्ट्रोल रूम नम्बर ४०० अथवा 442 पर भी दर्ज करवा सकता है। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त श्री मोहेश चौधरी इस इकाई के नियंत्रक अधिकारी होगें।

हेल्पलाईन पर शिकायतकर्त्ता से फ्रॉड के सम्बन्ध में समस्त जानकारी प्राप्त कर वित्तीय संस्था से सम्पर्क कर अपराधी द्वारा फ्रॉड की गई राशि को जब्त कराने की कार्यवाही कराई जायेगी। यदि पीडित द्वारा फ्रॉड होते ही इस इकाई को सूचित कर दिया जाता है तो उसकी धनराशि को बचाया जा सकता है। शिकायतकर्त्ता से ०7४थ८्मा॥०.४०५-॥ पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने का आग्रह किया जायेगा तथा आवश्यक दिशाजननिर्देश प्रदान किये जायेगे। प्राप्त शिकायत को सम्बन्धित थानाधिकारी एवं जिला सायबर इकाई प्रभारी को प्रेषित किया जावेगा। यदि शिकायतकर्त्ता पोर्टल पर शिकायत दर्ज नहीं करा पाता है तो साइबर फाइनेन्शियल फ्रॉड निवारण इकाई द्वारा पोर्टल पर शिकायत का इन्द्राज कराया जायेगा।

भविष्य में अन्य व्यक्तियों के साथ इस तरह की चीटिंग न हो, इसके लिए आरोपी के मोबाईल की ब्लौकिंग प्रक्रिया प्रारम्भ की जायेगी। आरोपी द्वारा प्रयोग में लिए जा रहें अन्य संदिग्ध मोबाईल नम्बर को भी ब्लैकलिस्टेड कराया जायेगा तथा इस तरह के संदिग्ध व्यक्तियों को फर्जी सिम उपलब्ध कराने वाले सिम वेण्डर की आपराधिक भूमिका की भी जॉच की जावेगी। तकनीकी शाखा संदिग्ध मोबाईल नम्बरों से ठगे गये अन्य संभावित परिवादियों की सूची बनाकर साइबर फाइनेंशियल फ्रॉड इकाई को प्रेषित करेगी तथा इकाई परिवादियों / पीडितों से सम्पर्क कर उनको शिकायत दर्ज करवाने हेतु प्रेरित करेगी।

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार कोरोना महामारी के दौरान अप्रेल एवं मई महिने में अब तक 2424 व्यक्त्यों के साथ 6,43,58,484 रूपये की ठगी हुई है।

(अजय पाल लाम्बा)
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त
(प्रथम) आयुक्तालय, जयपुर

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