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जयपुर

एटीएम से छेड़छाड़ कर पौने दो करोड़ कैश निकाल ठगी करने वाले जयपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार, एटीएम से पैसे निकलते ही एटीएम की बिजली बंद कर देते थे, राजस्थान की 220 एटीएम को बना चुके थे अब तक निशाना

जयपुर पुलिस (Jaipur Police) ने एक ऐसे गिरोह को गिरफ्तार किया है जिसने प्रदेश के अलग-अलग शहरों में एटीएम (ATM fraud) मशीन से छेड़छाड़ कर अब तक एक करोड़ 63 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है।

पुलिस उपायुक्त दक्षिण जयपुर श्री हरेंद्र कुमार ने बताया कि (DCP South Jaipur) पुलिस थाना विधायकपुरी जयपुर (Vidhayakpuri thana Jaipur) पर पीड़ित मयंक शर्मा बिजनेस हेड टीएसएल (TSL Rajasthan) राजस्थान लिमिटेड ने इस वर्ष 25 मार्च को पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी की जयपुर में काफी लंबे समय से कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा विभिन्न एटीएम कार्ड इस्तेमाल करके 220 एटीएम मशीन से छेड़छाड़ की है और करीब एक करोड़ 63 लाख रुपए की ठगी की है, पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने संबंधित धाराओं पर मामला दर्ज कर अज्ञात आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एसीपी अशोकनगर (ACP Ashoknagar Jaipur) श्री सोहेल राजा (ACP Sohail Raja, RPS) के नेतृत्व में टीम का गठन कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जिनमें से एक कोटा और बाकी तीन भरतपुर के अपराधी हैं।

इन घटनाओं को अंजाम देने का तरीका बेहद ही शातिरआना था हालांकि आपको बता दें कि आज से करीब 8 महीने पहले मध्य प्रदेश की इंदौर पुलिस ने भी एक ऐसे ही गिरोह को पकड़ा था जो इसी प्रकार की कार्य स्थानी कर एटीएम से छेड़छाड़ कर रुपए निकाल लेते थे।

वारदात का तरीका
पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि पहले तो वह अलग-अलग बैंकों में ऑनलाइन आवेदन के द्वारा अपना खाता खुलवा ते हैं और उसके बाद ऑनलाइन ही रुपया ट्रांसफर करते हैं, तत्पश्चात केवाईसी होने से पहले एक ही कार्ड से कई एटीएम में जाकर ₹10000 की रकम 5 से 10 बार निकाल लेते हैं और उसके बाद एटीएम कार्ड तोड़ कर फेंक देते हैं लेकिन ऐसा करते समय जब एटीएम कार्ड डालने के बाद ट्रांजैक्शन कर जैसे ही एटीएम मशीन पैसे बाहर निकालती है तब वह तुरंत ही एटीएम मशीन की बिजली बंद कर देते हैं ताकि निकासी का ट्रांजैक्शन एटीएम मशीन में दर्ज ही ना हो।

उसके बाद वह उक्त बैंक की कस्टमर केयर में फोन कर यह बताते थे कि उनके खाते से पैसे कट गए लेकिन एटीएम से पैसे मिले ही नहीं और जब बैंक द्वारा मशीन के ट्रांजैक्शन को चेक किया जाता था तब मशीन बंद करने की वजह से रुपयों के बाहर निकलने का ट्रांजैक्शन मशीन में दर्ज ही नहीं हो पाता था।

इन चारों शातिर आरोपियों ने पिछले वर्षों में प्रदेश की 220 एटीएम मशीनों में छेड़छाड़ कर एक करोड़ 63 लाख की ठगी को अंजाम दिया है।

इस गिरोह का मुख्य सरगना अजहर खान उम्र 33 साल निवासी कोटा और उसके साथ शौकीन निवासी भरतपुर , तालीम निवासी भरतपुर और रूबन निवासी भरतपुर मिलकर के इन घटनाओं को अंजाम देते थे।

फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की गहनता से जांच करने में लगी हुई है।

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