एसपी मानसरोवर की बढ़ सकतीं हैं मुश्किलें, एपीओ से संतुष्ट नहीं पीड़ित, न्याय के लिए हर संभव विकल्प पर होगा प्रयास
एसीपी मानसरोवर संदीप चौधरी का हाल ही में वकीलों से हुआ विवाद थमता हुआ नजर नहीं आ रहा है।
आपको बता दें कुछ दिनों पहले रात करीब 9:30 बजे एसीपी मानसरोवर संजीव चौधरी (ACP mansarovar Sanjeev Chaudhary) और हाई कोर्ट एडवोकेट रोहन शक्तावत का विवाद हो गया ( advocate Rohan Shaktawat dispute) था जिसमें आरोप है कि एसीपी संजीव चौधरी ने शराब के नशे में रास्ते से जाते हुए रोहन शक्तावत से विवाद किया और उन्हें चांटा मारा इस पर उसी समय एडवोकेट रोहन शक्तावत एवं अन्य वकील मुहाना थाने पहुंचे और एसीपी के खिलाफ मामला दर्ज करने को कहा साथ ही उन्होंने डी जे पी एम एल लाठर को भी मामले की सूचना देते हुए एसीपी का मेडिकल कराने के लिए कहा।
वहीं इस मामले पर एसीपी संजीव चौधरी का कहना था की रास्ते से जाते समय एक बंद वाइन शॉप के सामने गाड़ी में कुछ लोग बैठे हुए थे जिस पर उन्हें टोका तो विवाद हो गया किंतु मारपीट जैसी कोई घटना नहीं हुई।
आपको बता दें इस घटना के बाद एसीपी द्वारा एडवोकेट रोहन शक्तावत को किया गया फोन कॉल भी वायरल हुआ जिसमें वह एडवोकेट से माफी मांगते हुए सुनाई दे रहे हैं ।
आपको बता दें एसीपी संजीव चौधरी पर विवाद थमता हुआ नजर नहीं आ रहा, हाल ही में वकीलों से हुए विवाद के बाद अब पत्रकारों और यहां तक की खुद पुलिस कर्मियों से हुए विवाद की भी चर्चाएं मीडिया में होने लगी है जहां एक पत्रकार को धमकाने का ऑडियो भी वायरल हुआ।
सूत्रों की माने तो एसीपी की इस हरकत से प्रदेश की पूरी वकील और मीडिया लॉबी खासी नाराज है तथा एसीपी के एपीओ से संतुष्ट नहीं है, जल्द ही इस मामले पर यदि जांच के बाद कोई सख्त कार्यवाही नहीं हुई तो अन्य कानूनी प्रावधानों का सहारा लेकर सरकार को कठोर कदम उठाने पर बाध्य किया जा सकता है।
फिलहाल इस पूरे मामले की जांच एडीसीपी साउथ अविनाश शर्मा कर रहे हैं जिसके बाद ही इस पूरे मामले पर कोई पुख्ता निर्णय आ पाएगा वही एसीपी मानसरोवर संजीव चौधरी इन सभी मामलों में खुद को बेकसूर बताया है।
अब देखना यह है की जांच रिपोर्ट में किस प्रकार के तथ्य सामने आते हैं और वकील इस लड़ाई को और कहां तक लेकर जाते हैं।