गणपति को गंदे पानी में विसर्जन करने वाले 17 निगमकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही, विधायक संजय शुक्ला भी पहुंचे थाने, लिखवाई कंप्लेंट, पूरे देश में वीडियो वायरल
इंदौर – इंदौर की जवाहर टेकरी पर पीओपी से निर्मित गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन मामले का वीडियो वायरल होने के बाद आखिरकार 15 साल बाद निगम प्रशासन कुंभकर्णी नींद से जागा है। दरअसल, वायरल वीडियो में लोगो की आस्था के साथ खिलवाड़ करने वाले 7 मस्टरकर्मियों, 2 जिम्मेदार सुपरवाइजर की सेवा समाप्त कर एफआईआर भी दर्ज कराई है। वही निगम के झोनल अधिकारी का निलंबन भी किया गया है।
दरअसल, इंदौर में वर्षो से आस्था पर इसी तरह से निगमकर्मियों द्वारा खिलवाड़ किया जा रहा है। वही लापरवाही का आलम ये है कि हर वर्ष निगम के कर्मचारी इसी तरह से लापरवाही करते आ रहे है लेकिन इस बार सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और कांग्रेस द्वारा आस्था पर कुठाराघात को लेकर जताए जा रहे विरोध का ही असर है कि खुद नगर निगम प्रशासन को अपने ही कर्मचारियों और अधिकारियों पर एफआईआर तक दर्ज कराने पर मजबूर होना पड़ा है।
प्रतिमाओं को फेकते निगमकर्मी वाइरल वीडियो
बता दे कि जवाहर टेकरी पर झोंन 13, 15 और 16 के माध्यम से गणेश प्रतिमाएं एकत्रित कर उनके विसर्जन की व्यवस्था की गई थी। जहां शहर वासियों ने मिट्टी के गणेश तो पर्यावरण हितैषी कुंड में विसर्जित कर दिए गए थे लेकिन पीओपी की प्रतिमाएं ट्रकों में भरकर जवाहर टेकरी ले जाकर विसर्जित होना थी और जब विसर्जन की तस्वीरें सामने आई तो हर कोई हैरान रह गया क्योंकि निगम प्रशासन ने पूरे विधि विधान के साथ गणपति विसर्जन का वादा लोगो से किया था लेकिन मौके पर बप्पा के विसर्जन के बजाय उनकी प्रतिमाओं को बुरी तरह से फेंककर नष्ट किया जा रहा था। जिसका वीडियो वायरल होने के बाद निगम प्रशासन हरकत में आया। जिसके झोंन क्रमांक 13 के झोनल अधिकारी ब्रजमोहन भगोरिया का निलंबन किया गया। वही विसर्जन मामले से सीधे जुड़े सुपरवाइजर चंद्रशेखर यादव और अविनाश वानखेडे, कार्यक्रम अधिकारी शैलेष पाटौदी की भी सेवा समाप्ति के आदेश जारी कर दिए गए। निगम की कार्रवाई में 7 मस्टरकर्मियों सहित कुल 10 लोगो पर गाज गिरी है।
प्रतिभा पाल,कमिश्नर नगर निगम,इन्दौर
वीओ – वही निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने बताया कि नगर निगम ने 2 सुपर वाइजर सहित कुल 9 कर्मचारियों के खिलाफ चंदननगर थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई है। दरअसल, आस्था को जिस ढंग से अपमानित नगर निगम कर्मचारियों द्वारा किया गया है उससे ये साफ हो रहा है निगम कर्मचारियों और अधिकारियों के सीने में दिल नही है। बता दे कि वीडियो सामने आने पर कांग्रेस ने सरकार औरनगर निगम पर कई सवाल उठाए थे वहीं सांसद शंकर लालवानी ने कलेक्टर और नगर निगम कमिश्नर को दोषी कर्मचारियों खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने की बात की थी।
संजय शुक्ला, विधायक,कांग्रेस
योगेश सिह तोमर,टीआई
हालांकि, बता दे कि ये पहला मौका नही है जब इस तरह से गणेश विसर्जन किया गया इसके पहले भी ऐसा होता आया है लेकिन निगम प्रशासन की नींद अब खुली है। वही जेहन में वो तस्वीरे भी सामने आ रही है जिसने देश के सबसे स्वच्छ शहर के वृद्धजनों को ट्रक में भरकर बाहर जाने के लिए एक तरह से फेंका गया था हालांकि, निगम आयुक्त प्रतिभा पाल उस मामले को ताजा मामले से जोड़ने से बचती नजर आ रही है।