जयपुर – चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने शनिवार को अपने राजकीय आवास से सोनोग्राफी मशीनों की ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया का वर्चुअल शुभारंभ किया। ‘इम्पेक्ट‘ पोर्टल से सोनोग्राफी मशीनों के निर्माताओं, आयातकों, वितरकों, डीलर्स आदि के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जा सकेगा।
डॉ. शर्मा ने कहा कि वर्तमान में राज्य के पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ में सोनोग्राफी मशीनों के निर्माताओं, आयातकों, वितरकों, डीलर्स आदि के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया अब तक ऑफलाइन थी लेकिन प्रक्रिया के ऑनलाइन होने से आवेदक फर्म द्वारा संबंधित दस्तावेज एवं निर्धारित रजिस्ट्रेशन फीस ऑनलाइन जमा की जा सकेगी व अनावश्यक कार्यालय नहीं आना पड़ेगा।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि संबंधित आवेदन पत्र का स्टेटस ऑनलाइन ट्रैक कर सकेंगे एवं उन्हें एसएमएस द्वारा भी सूचित किया जा सकेगा। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के लिए यूजर मैन्युअल पीसीपीएनडीटी के इम्पैक्ट सॉफ्टवेयर पर उपलब्ध करवाया गया है। गौरतलब है कि राज्य में वर्तमान में इस श्रेणी में आने वाली 63 फर्म पंजीकृत हैं, जिनमें 11 आयातक, 13 निर्माता, 28 डीलर, 5 वितरक आदि शामिल हैं। पूर्व से पंजीकृत फर्मों को यूजर आईडी एवं पासवर्ड उपलब्ध कराए गए हैं।
डॉ. शर्मा ने बताया कि इस वर्ष राज्य के कुल 2150 सोनोग्राफी केंद्रों के 1472 निरीक्षण किए जा चुके हैं। पीसीपीएनडीटी अधिनियम लागू होने के पश्चात अब तक राज्य में कुल 159 डिकॉय कार्रवाई की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020-21 में कोरोना काल में गर्भवती महिला के संभावित संक्रमण के दृष्टिगत एवं गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य के जोखिम को ध्यान में रखते हुए केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी गाइडलाइन द्वारा समय-समय पर जारी दिशा निर्देशों एवं लॉकडाउन के कारण अधिक संख्या में डिकोय ऑपरेशन संभव नहीं हो पाए हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 में 4 डिकोय कार्यवाही की जा कर कुल 8 मुल्जिमों को गिरफ्तार किया जा चुका है एवं 2 सोनोग्राफी केंद्र को सीज किया गया है।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक श्री सुधीर कुमार शर्मा, निदेशक आरसीएच डॉ एल एस ओला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं परियोजना निदेशक श्रीमती शालिनी सक्सेना, अतिरिक्त निदेशक श्री गोविंद पारीक सहित विभाग के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।