सैंकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का छलका दर्द : बोलीं साहब आज तक नहीं मिले स्मार्ट फोन, लोग नहीं देते ओटीपी, स्वास्थ बालक बालिका स्पर्धा में इंदौर में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे सभी
Indore-राज्य सरकार द्वारा आयोजित स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा को लेकर आयोजित बैठक में बड़ी संख्या में आंगनवाड़ी व आशा कार्यकर्ता महिलाएं शामिल हुई , इस दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने डाटा कलेक्ट करने के लिए मोबाइल की मांग की जिसको लेकर अधिकारियों ने बताया कि मध्य प्रदेश राज्य शासन द्वारा मोबाइल की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है और आने वाले कुछ दिनों में इंदौर में सभी आंगनवाड़ी कार्यालय पर 1-1मोबाइल दिया जाएगा।
दरअसल आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्हें काम करने में कोई समस्या नहीं है लेकिन सरकार उन्हें जरूरी मूलभूत सुविधा भी प्रदान करें वहीं अधिकारी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने के मनसा निरोग पोषण अभियान एक महत्वपूर्ण अभियान है, ऐसे में महिलाओं की मोबाइल की डिमांड बिल्कुल जायज है,इसके लिए शासन ने इनकी मांग को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी है.
राज्य सरकार ने सभी कार्यकर्ताओं सुपरवाइजर के लिए मोबाइल खरीदी की कार्यवाही शुरू की गई है, इंदौर जिले में 1839 आंगनवाड़ी केंद्र है ओर 72 सुपरवाइजरो
सभी के लिए एंड्राइड मोबाइल की सुविधा दी जाएगी, टोटल 1911 मोबाइल की स्वीकृति शासन द्वारा स्वीकृति दी गई है जल्द ही प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
वहीं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब विभाग के द्वारा कोई भी कार्य किया दिया जाता है उसे पूरी शिद्दत से पूरा किया जाता है इसीलिए इंदौर हर क्षेत्र में नंबर वन आ रहा है तो उनका आग्रह है कि कार्य करने से मना नहीं करते हैं लेकिन कम से कम हमें सुविधा दी जाए ताकि कार्य को सुचारू रूप से किया जा सके, आशा कार्यकर्ताओं के खातों में राशि दी गई थी।
टेबलेट खरीदने की उन लोगों ने खरीद कर अपना काम अच्छे से कर रही थी, आंगनबाड़ी व आशा कार्यकर्ताओं पर हर विभाग का का काम सौंपा जाता है।
फिलहाल 8 से 14 जनवरी तक चलने वाले स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा में मापदंड इन्फैंटोमीटर ओर स्टेडियोमीटर ठीक नहीं है उसकी जानकारी दी गई है अभी तक उपलब्ध नहीं हो पाए हैं और उसके बाद पोषण ट्रैकर के माध्यम से आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ता महिलाओं को काम करना है लेकिन ऐप काम नहीं कर रहा है, बैठक में मीडिया से आंगनवाड़ी व आशा कार्यकर्ता महिलाओं ने पीड़ा जाहिर करते हुए कहा कि शुरुआत में उसमें नाम ऐड किए तो बड़ी सरलता से हो गए लेकिन अब ओटीपी मांग रहा है अब हितग्राहियों से ओटीपी के लिए फोन लगाना पड़ा है तब जाकर आपका नाम ऐड होगा वही हितग्राही ओटीपी देने से कतराते है कहीं उसके पैसे अकाउंट से ना निकल ओटीपी बताने में डर रहे हैं जबकि ओटीपी के बिना आंगनवाड़ी आशा कार्यकर्ताओं का काम नहीं हो पा रहा है। इसके बाद भी मोबाइल हैंग होने की भी समस्या आ रही है कई , तरह के ऐप मोबाइल में डाउनलोड करना पड़ा है जिसके चलते मोबाइल भी हैंग होने लगता है ।
उन्होंने मांग की है कि माननीय कलेक्टर महोदय से निवेदन है कि पूरी तरीके से आंगनबाड़ी व आशा कार्यकर्ताओं को सुविधा दी जाए वही कार्यकर्ता ने कहा कि अधिकारी का कहना है कि मोबाइल की राशि आ चुकी है लेकिन प्रक्रिया में है लेकिन आंगनवाड़ी कार्यकर्ता महिलाओं का कहना है कि राशि हर कार्यकर्ता के मानदेय की तरह उनके अकाउंट में भेज दी जाए ताकि वह स्वयं मोबाइल खरीदी कर लेगा और बिल शासन को भेज देगा
बाइट राजकुमारी गोयल आंगनवाड़ी कार्यकर्ता