कर्तव्य की मिसाल : अपने बेटे की गंभीर बीमारी की परवाह किए बिना लगातार काम कर रही यह महिला हेड कांस्टेबल, बेटे की देखभाल के लिए 6 महीने की छुट्टी भी छोड़ कर लोगों की सेवा करने आ गई
इंदौर – दुनिया में बच्चे का पहला गुरु मां को माना गया है यही कारण है कि मां को ईश्वर का दर्जा दिया गया है। वही हम आपको एक ऐसी महिला पुलिसकर्मी की कहानी बताते हैं जो न केवल मां होने का फर्ज निभा रही है बल्कि अपना कर्तव्य पूरा करने में जुटी है।
यह तस्वीरें राजवाड़ा क्षेत्र में ड्यूटी कर रही एमजी रोड की प्रधान आरक्षक अनीता शर्मा की है जो न केवल लिवर की बीमारी से ग्रसित अपने बच्चे का पालन पोषण कर रही है, बल्कि अपना पुलिसिंग का कार्य निभाने के साथ ही भीषण गर्मी में पुलिस कर्मियों, नगर निगम कर्मियों की मदद करने में भी जुटी है। दरअसल, शर्मा के बेटे को लीवर की बीमारी होने के कारण उन्होंने 180 दिन का अवकाश लिया था। लेकिन जब जनता कर्फ्यू लगा तो उन्होंने अपनी छुट्टियां रद्द करवा कर वापिस अपनी ड्यूटी पर लौट आई। शर्मा बताती है कि उन्हें छुट्टी रद्द न करवाने के लिए थाना प्रभारी और परिवार की ओर से भी काफी समझाइश दी गई थी। लेकिन उन्होंने अपना कर्तव्य पूरा करना उचित समझा। वही शर्मा अब ड्यूटी के दौरान रोजाना करीब पुलिसकर्मियों और अन्य सरकारी विभाग के कर्मचारियों को कैरी पना बांटती है। दरअसल इस भीषण गर्मी और कोरोना के संकट में कैरी पना बांटती है। वह खुद ही घर पर रोजाना 80 से 100 लीटर कैरी पना बनाती है और निगम कर्मियों और विभिन्न चेकिंग पॉइंट्स पर तैनात पुलिसकर्मियों को बंटवाती है। साथ ही खुद भी 20 लीटर केरी बना राजवाड़ा पर लेकर जाती है और वहां पर मौजूद पुलिसकर्मियों और अन्य सरकारी कर्मचारियों को वह यह वितरित करवाती है।
बाइट- अनीता शर्मा, प्रधान आरक्षक, थाना एमजी रोड
वही शर्मा के इस कार्य की वरिष्ठ अधिकारियों ने भी सराहना की है।