BJP केंद्रीय नेतृत्व पर उठते सवाल – हल करने वाले गणितज्ञ वरिष्ठ नेता घरो में कैद हुए
3 राज्यो में हार के बाद भी संघटन पर काबिज नेतृत्व परिवर्तन को तैयार नही।
मध्यप्रदेश प्रदेश लोकसभा चुनाव में भी कार्यकर्ताओ का आक्रोश संघटन विचारधाराओं की मर्यादा लांग रहा है, अलग अलग लोकसभा छेत्रो में वरिष्ठ नेतृत्व के सामने खुलेआम वर्तमान सांसदों का विरोध हो रहा है, संगघटन बिखरता जा रहा है, संभालने वाले नजर नही आ रहे क्योकि वो जो इस माहौल से bjp को बाहर निकाल सकते है उन्हें इस नेतृत्व ने पहले ही स्वेच्छिक सेवा निर्वर्ती देकर राजनीतिक सन्यास दिला घर बैठा दिया है।
कार्यकर्ताओ को अनुशासन का पाठ पढ़ाने वाले शिक्षकों की कमी से झुंज रही bjp
संघ की विचारधारा खंडित हो चुकी है संगठन मंत्रियों की दाढ़ में सत्ता की चाशनी चिपकी हुई है। इस चासनी के स्वाद से जमी पर संघ परिणाम देने में 2018 विधानसभा चुनाव में असफल हो चुका है। लोकसभा चुनाव में भी संघ के भरोसे नैया पार होती नही दिखती।
अशोक रघुवंशी