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चंबल किनारे धौलपुर प्यासा : अमृत पेयजल योजना पूरे दो साल लेट, 47 करोड़ की योजना की कछुआ चाल, पहले चुनावों का बहाना अब संक्रमण का रोना

दिसंबर, 2019 तक पूरा होना था काम, पहले चुनाव और कोरोना का बहाना, अब बजट की कमी
चंबल किनारे प्यासा शहर 2 साल में भी पूरी नहीं हुई अमृत पेयजल योजना
धौलपुर |

चंबल जैसी बारहमासी नदी किनारे बसा धौलपुर शहर और आसपास के इलाके पानी के लिए प्यासे हैं। वजह है, करीब 47 करोड़ रुपए की अमृत पेयजल योजना की कछुआ चाल। इसका काम दिसंबर, 2019 में ही पूरा हो जाना था, लेकिन, पहले लोकसभा, विधानसभा चुनाव और कोरोना संक्रमण का बहाना बनाया और अब बजट की कमी बताई जा रही है ।

इस योजना के तहत शहर के 15000 और आसपास के उपभोक्ताओं को पीने का स्वच्छ पानी मिलना है हालांकि, अब जलदाय विभाग इस योजना का काम जल्दी पूरा करने का दावा कर रहा है। संभवतः इसी महीने शिविर लगाकर लोगों को पीने के पानी के कनेक्शन जारी कर दिए जाएंगे ।

बंद मीटर और खराब मीटरों को जल्द बदला जाएगा-जलदाय विभाग के इंजीनियरों का कहना है कि जिन जल उपभोक्ताओं के मीटर बंद हैं अथवा खराब हो गए हैं। उन्हें जल्दी ही बदला जाएगा क्योंकि मीटर रीडिंग नहीं मिल पाने से विभागीय कर्मचारियों को बिलिंग में परेशान होती ही है, लेकिन, उपभोक्ता भी गलत बिल से परेशान हो जाते हैं। इसलिए इनकी जगह नए मीटर लगाए जाएंगे। ताकि सही बिल भेजे जा सकें। इस प्रोजेक्ट को करने वाली प्राइवेट एजेंसी 9 साल तक इसका रखरखाव भी करेगी ।

पानी की बर्बादी रोकने के लिए बनेगा आधुनिक मास्टर कंट्रोल रूम-पानी की बर्बादी रोकने के लिए मास्टर कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। अत्याधुनिक उपकरणों और तकनीक से लैस इस कंट्रोल रूम में बैठा कर्मचारी भी आसानी से देख सकेगा कि शहर की कौन सी टंकी खाली है और कौन सी भरी। खाली टंकी को भरने में कितना समय लगेगा कहीं कोई वॉल तो नहीं खुला है, जिससे पानी बेकार बह रहा हो ऐसे वॉल को कंट्रोल रूम से ही बंद किया जा सकेगा। इसी तरह उपभोक्ताओं की समस्याओं को दूर करने के लिए कंज्यूमर केयर सेंटर भी बनाया जाएगा। इसमें जल उपभोक्ता टोल फ्री नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकेंगे ।

बजट की कमी से रुका काम, जल्द पूरा होगा-अमृत जल परियोजना का काम बजट की कमी से रुका हुआ था। पैसा आने के बाद अब इस अधूरे प्रोजेक्ट को इसी महीने पूरा कर लिया जाएगा क्योंकि इसका अधिकांश काम पहले ही हो चुका है। अब तो बस 15 से 20 किलोमीटर एरिया में पाइप लाइन ही डालनी है इसे पूरा करते ही शिविर लगाकर घर-घर पानी के कनेक्शन जारी कर दिए जाएंगे। -योगेश पचौरी, जेईएन, जलदाय विभाग, धौलपुर
20 किमी. क्षेत्र में अभी पाइप लाइन बिछाने का काम रह गया है शेष-उल्लेखनीय है कि इस योजना के तहत शहर के अलग-अलग इलाकों में चंबल पानी की राइजिंग लाइन डालने के साथ ही पानी की टंकियां भी बनाई जानी हैं ।

लेकिन, यह काम इतनी धीमी गति से चल रहा है कि अभी तक पाइप लाइन तक नहीं डल पाई हैं हालांकि विभागीय इंजीनियरों का दावा है कि शहर में टंकी निर्माण कार्य पूरा हो चुका है ।

पाइप लाइन डालने का 20 किलोमीटर काम बकाया है। इसे जल्दी पूरा कर लिया जाएगा इस योजना के तहत सागरपाड़ा, भागीराम नगर और जिरौली में करीब 30 लाख लीटर क्षमता की टंकी बनाई जानी है। जबकि 191 किलोमीटर की राइजिंग लाइन भी डाली जा रही है ।

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