CM कमलनाथ ने खींची मंत्रियों के लिए ‘लक्ष्मण रेखा’
CM कमलनाथ ने खींची मंत्रियों के लिए ‘लक्ष्मण रेखा’, मोबाइल कैमरे का रखें ध्यान
सरकार की तरफ से मंत्रियों के लिए जो गाइड लाइन तय की गई है उसके अनुसार कोई भी मंत्री किसी पॉलिसी पर तब तक नहीं बोलेगा, जब तक सीएम उसकी घोषणा न कर दे, कैबिनेट बैठक की चर्चा को किसी भी सूरत में सार्वजनिक नहीं किया जाए।
सरकार की छवि चमकाने के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने मंत्रियों के लिए आचार संहिता तय कर दी है. इस आचार संहिता के अनुसार मंत्रियों के बोलचाल से लेकर गिफ्ट लेने और होटलों में रुकने तक की गाइड लाइन तय की गई है. मंत्रियों के लिए गाइड लाइन बनाने के पीछे वजह सीएम कमलनाथ को अपनी सरकार की छवि को चमकाना और मंत्रियों को अनावश्यक विवाद में फंसने से बचाना है.सरकार की तरफ से मंत्रियों के लिए जो गाइड लाइन तय की गई है उसके अनुसार कोई भी मंत्री किसी पॉलिसी पर तब तक नहीं बोलेगा, जब तक सीएम उसकी घोषणा न कर दे, कैबिनेट बैठक की चर्चा को किसी भी सूरत में सार्वजनिक नहीं किया जाएगा, मंत्रियों के सोशल मीडिया पर या प्रेस स्टेटमेंट सीएम की सहमति के बिना जारी न हो, सरकार को नुकसान पहुंचाने वाली नकारात्मक बातों से बचने की सलाह भी इस गाइड लाइन में दी गई है.गाइड लाइन के अनुसार मंत्री टीवी पर संवेदनशील विषयों पर अपनी राय देने से बचने, अगर मीडिया के लोग मोबाइल कैमरों के साथ हों तो इसका ध्यान रखने के लिए कहा गया है. कोई भी मंत्री किसी कार्यकर्ता या दूसरे मोबाइल फोन से बातचीत करने से बचने की भी सलाह दी गई है. सीएम की गाइड लाइन में किसी भी मंत्री को अपने स्टाफ से अभद्र भाषा में बात नहीं करने, परिवार या परिचितों से सरकारी फाइलों का काम नहीं करवाने, सरकार गाड़ी का दुरुपयोग नहीं करने और परिवार का कोई सदस्य अगर बड़े पद पर पहुंचता है तो इसकी जानकारी सीएम को देने जैसै नियम मंत्रियों के लिए बनाए गए हैं.सीएम कमलनाथ की गाइड लाइन के अनुसार मंत्री के परिवार के सदस्य को नए व्यवसाय से नहीं जोड़ने, परिवार के सदस्य के विदेश में नौकरी की जानकारी सरकार को देने, महंगे गिफ्ट नहीं लेने, समाजिक या व्यापारिक संस्था से पूरी जांच के बाद सम्मान लेने, आपराधिक छवि के लोगों के साथ मंच शेयर करने और सरकारी दौरों में रेस्ट हाउस का ही इस्तेमाल करने के भी नियम बनाए गए हैं.इस मामले में भाजपा नेता उमाशंकर गुप्ता का कहना है कि कांग्रेस के मंत्रियों पर सीएम कमलनाथ का कंट्रोल नहीं है शायद तभी उनको अपने कंट्रोल में रखने के लिए सीएम को यह कदम उठाना पड़ रहा है. वहीं मामले में कांग्रेस नेता रवि सक्सेना का कहना है कि सरकार में अधिकतर मंत्री नए हैं ऐसे में सीएम कमलनाथ की ये आचार संहिता उनके लिए उपयोगी साबित होगी.