निकाय चुनाव की घोषणा से पहले ही इंदौर में खोलें कांग्रेस के वार्ड कार्यालय, भाजपा के नगर अध्यक्ष बोले कांग्रेस में अनुशासन की कमी
नगरीय निकाय चुनाव की घोषणा अब तक नहीं हुई है और ना ही भाजपा कांग्रेस की स्थानीय ईकाई ने किसी उम्मीदवारों के नाम का पैनल बनाया है । लेकिन कांग्रेस में दावेदारी को लेकर इतना उत्साह है, कि कांग्रेस नेताओं ने अभी से अपने चुनावी कार्यालय खोल लिए है । वहीं कांग्रेस दफ्तर से लेकर महापौर के लिए दावेदारी कर रहे बड़े कांग्रेसी नेताओं के घर पर जमघट लगा हुआ है । इंदौर के वार्ड क्रमांक 64 के दावेदार और कांग्रेस नेता ने चुनावी कार्यालय खोलकर लोगों की परेशानी को सुनना शुरू कर दिया है । साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी शुरू है। हालाकि,अति उत्साह में अभी से चुनावी दफ्तर खोलने वाले दावेदारों का कहना है, कि ये चुनावी कार्यालय नहीं है । बल्कि कांग्रेस को वार्ड स्तर पर मजबूत करने के लिए शुरू किया गया, काग्रेस कार्यालय है ताकि लोगों की समस्या को सून कर उन्हें हल किया जा सके साथ ही वार्ड स्तर पर पार्टी को मजबूत बनाया जा सके। इस तरह के दफ्तर सभी वार्डों में खुलना चाहिए । हालाकि,कांग्रेस ने उम्मीदवारों के चयन के लिए इस बार स्थानीय समिती का गठन किया है । जो कि पार्षद और महापौर पद के लिए उम्मीदवार का चयन करेगी । हालाकि, इस समिती की अब तक कोई बैठक नहीं हुई है । समिती के पदाधिकारियों का कहना है, कि स्थानीय स्तर की कमेटी ही नामों पर मौहर लगाएगी दावेदारी करना हर कार्यकर्ता का हक है । जो जीताऊ दावेदार होगा उसे ही टिकट दिया जाएगा । हालाकि,चुनाव के पहले ही चुनावी दफ्तर का खुल जाना अति उत्साह की भी निशानी है । इस पूरे मामले में अब भाजपा भी कांग्रेस पर तंज कस्ती हुई दिखाई दे रहीं है कांग्रेस नेताओं ने जिस प्रकार से अपने कार्यालय खोले हे उस भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव रणदीवे ने तंज कसा हे ओर कांग्रेस पर बोलते हुए कहा कि कांग्रेस की बात तो नहीं करूंगा लेकिन शुरू से ही कांग्रेस में अनुशासन की कमी दिखाई देती है, कांग्रेस के नेता ब्लेक मेल करने की राजनीति कर दवाब बनाने का काम करते है, जो कि भाजपा में नहीं हे वहीं कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए कांग्रेसियों को भी संतुष्ट करना भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है, लेकिन भाजपा इसको चुनौती ना मानते हुए जो भी सर्वसमती से निर्णय होगा उस के साथ पूरी भाजपा ताकत से चुनाव । लड़ेगी हालाकि निगम चुनाव हे ओर दावेदारों की लंबी कतारें लगी हुई है, अब यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों पार्टियां अपने कार्यकर्ताओं को किस प्रकार संतुष्ट करती है |