जिले के सबसे बडे बांध बारैठा से जुड़े 28 गांवों के किसानों के लिए खुश खबरी है बांध बारैठा से जुड़ी तीनों कैनालों की 24 किमी की नहरों को पक्की करने एवं बांध एवं गेट मरम्मत आदि कार्य के लिए आरडब्ल्यूएसएल आईपी योजना के तहत 16.36 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए। विभाग द्वारा बीकानेर की एक कंपनी को टेण्डर दे दिया गया है ।
जिसके अप्रैल माह में वर्क आर्डर होने की संभावना है पहली बार बांध बारैठा की 24 किलोमीटर की नहरें पक्की होने से किसानों को सिंचाई के लिए टेल तक पर्याप्त पानी पहुंचाया जा सकेगा ।
साथ ही 180 एमसीएफटी पानी की बर्बादी भी रोकी जा सकेगी। जिससे एक महीने तक नहरें ज्यादा चलने से किसानों को फायदा होगा, वर्तमान में तीनों कैनालों की नहरें कच्ची होने से किसानों को टेल तक पानी पहुंचने में कई दिन लग जाते है |
साथ ही सीपेज लाॅस भी अधिक रहता है नहरें पक्की होने से रूपवास व बयाना तहसील के 28 गांवों की 4243 हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी ।
जलसंसाधन विभाग द्वारा इस बजट में से लघु सिंचाई प्रणालियों बढ़ावा देने के साथ महिला सशक्तिकरण पर खर्च किया जाएगा ।
जिसमें पहली बार जल उपभोक्ता संगम कमेटियों को कार्यालय भवन का निर्माण होने के साथ जल वितरण कमेटी में महिला सदस्य बनाकर महिलाओं की भागीदारी निभाई जाएगी ।
जलसंसाधन विभाग के एसई राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि राजस्थान जल क्षेत्र आजीविका सुधार परियोजना के अन्तर्गत सिंचाई के स्त्रोतों का जीर्णोद्धार व नवीनीकरण कार्य के लिए विभाग ने बांध बारैठा की तीनों कैनालों की नहरों को पक्की करवाने, बांध मरम्मत व गेट मरम्मत एवं पुलियाओं के निर्माण के प्रस्ताव बनाकर भेजे थे ।
जिसे विभाग ने आरडब्ल्यूएसएलआईपी योजना के तहत मंजूर कर लिया है जिसके लिए 16.36 करोड़ की राशि स्वीकृत हुई है ।
जिससे कृषि योग्य भूमि की उत्पादकता में बढ़ोत्तरी होगी साथ ही सतही जल के स्त्रोतों में बढ़ोत्तरी करके सूक्ष्म सिंचाई प्रणालियों को विकसित किया जाएगा इस परियोजना में नहरें पक्की करने के साथ ही बांध एवं फिलर गेटों की मरम्मत तथा क्राॅसिंग में पुलियाओं का निर्माण करवाया जाएगा ।
एक्सईएन ,सुरेश मीणा, ने बताया कि बांध बारैठा पर आरडी 1001 से 1091 मीटर तक स्लूस का कार्य एवं बांध के टाॅप पर सीसी कार्य करवाया जाएगा ।
बांध से निकलने वाली मुख्य नहर संख्या 1,2 व 3 के जीर्णोद्धार के साथ इनसे निकलने वाली महमदपुरा ब्रांच, बारहखंभा, सिंघाड़ा, पुराबाई खेड़ा, मुण्डेवाली, सेंमरवाली, पहाडिया, जरीला, सड़कसांख, धौरइया, खेड़ा, माडापुरा, कज्जावाली, ककरौआ एवं बरौदा माइनर का जीर्णोद्धार कराया जाएगा ।
नहरों पर नई पुलियाओं के निर्माण के साथ ही पुरानी पुलियाओं की मरम्मत करवाई जाएगी नहरों के हैडों पर जल मापक यंत्र लगवाए जाएंगे ।
पहली बार जल उपभोक्ताओं संगमों के कार्यालयों के भवनों का होगा निर्माण- पहली बार बांध बारैठा के जल उपभोक्ता संगमों के लिए कार्यालय भवनों का निर्माण करवाया जाएगा ।
जिससे जल उपभोक्ता संगम कमेटियों के पदाधिकारी कार्यालयों में बैठकर किसानों की सिंचाई से संबंधित समस्याओं का समाधान कर सकेंगे ।
कार्यालय भवन बनने से संगम के पदाधिकारियों के साथ स्टाप की नियुक्ति होगी। जिससे सिंचित भूमि व नहरों की समय पर माॅनिटरिंग हो सकेगी ।
नहरों पर महिलाओं के लिए घाटों का होगा निर्माण- एसई राकेश गुप्ता ने बताया कि नहरों को पक्की करने के कार्य के साथ ही नहरों पर घाटों का निर्माण कर नहर किनारे पौधरोपण कार्य करवाया जाएगा ।