ड्रग माफिया अपडेट : इंदौर में पकड़ी गई करीब 100 करोड़ की ड्रग के साउथ अफ्रीका से जोड़ रहे तार, पुलिस बैंक अकाउंट की डिटेल के साथ हैदराबाद की पुलिस के साथ निकाल रही एक एक इनपुट, ड्रग फॉर्मूला के साथ प्रदेश में ही बन रही थी ड्रग्स
बाइट -हरिनारायण चारी मिश्रा, DIG, इंदौर
इंदौर मध्यप्रदेश:- 70 किलो की कंसाइनमेंट के साथ पकड़े गए ड्रग माफियाओं पर अब पुलिस ने आर्थिक शिकंजा कसना शुरू कर दिया है | पुलिस अब उनके बैंक अकाउंट और उनके सोर्स ऑफ इनकम के माध्यम तलाशने में जुट गई है । DIG हरिनारायण चारी मिश्रा का कहना है कि जिस तरीके से मुख्य आरोपी 2013 से हैदराबाद मैं रह रहा था ऐसे में आशंका है कि, वहां पहुंचते ही उसने ड्रग सप्लाई का धंधा शुरू कर दिया होगा, ऐसे में बहुत आवश्यक हो जाता है कि ऐसे लोगों और ठिकानों की तलाश करना जहां से वह पैसा कमाता था, और ड्रग्स के धंधे में लगाता था । इसके साथ ही पुलिस का कहना है कि इंदौर में भी कुछ लोगों से उसके तार जुड़े होने के सबूत मिले हैं | पुलिस उन सबूतों को वेरीफाई करने में लगी हुई है | बहुत सारे नाम ऐसे भी हैं जिन्हें कोड वर्ड में रखा गया है | उन कोड वर्ड को क्रैक करने का काम भी साइबर पुलिस के द्वारा किया जा रहा है । DIG का कहना है कि साउथ अफ्रीका भेजे जाने की अभी जानकारी मिली है आशंका यह भी है कि इसके पहले भी यह लोग मध्य प्रदेश और देश के अलग-अलग हिस्सों सहित दूसरे देशों में भी ड्रग सप्लाई का काम कर चुके हैं, ऐसे में इनके उन सभी कांटेक्ट को पुलिस खंगालने में जुटी हुई है । वहीं मंदसौर के डॉक्टर द्वारा फार्मूला तैयार करने पर कहा कि यह कोई विशेष फार्मूला नहीं है क्योंकि आरोपी खुद फार्मा लाइन से जुड़ा रहा है ऐसे में उसने फार्मूला पहले ही ले लिया होगा और उसके आधार पर सिंथेटिक ड्रग तैयार कर रहा था, साथ ही उनका कहना है कि यह बात बिल्कुल सही है कि इतना बड़ा कंसाइनमेंट लेकर आ रहा था तो यह कोई पहला मौका नहीं था इसके पहले भी इंदौर या दूसरे राज्यों में यह ड्रग सप्लाई लगातार करता रहा होगा । वही उनका कहना है कि हैदराबाद पुलिस से भी संपर्क किया है | वह भी अपने स्तर पर उसके कांटेक्ट वेरीफाई करने में लगे हुए हैं क्योंकि यह भी पता चला है कि हैदराबाद में भी यह कुछ लोगों से ड्रग्स खरीद कर इंदौर और दूसरे इलाकों में भेजता था ।