भगवान बना शैतान ! 48 हज़ार का इंजेक्शन फर्जी बिल बना 60 हज़ार में बेचते डॉक्टर और एमआर गिरफ्तार, लालच में इतने अंधे हो गए की न पुलिस का डर और न ही बदनामी का
इंदौर,दिनांक 22 अप्रैल 2021
थाना खजराना, जिला इंदौर
कोरोना पीडित को आवश्यक इन्जेक्शन ( Immunocin Alpha) व ( Actmera 400 मग ) को अन्य फर्म के नकली बिल बनाकर 60 हजार रूपये मे बेचते आरोपी थाना खजराना की गिरफ्त में ।
आरोपी ( B.U.M.S ) डॉक्टर एवं इनफॉलीबल फर्म कंपनी का M.R हिरासत में।
पीडित फर्म मालिक की शिकायत पर धारा 420,467,468,34 IPC का प्रकरण पन्जिबध ।
आरोपियों से सघन पूछताछ जारी जिनसे अन्य खुलासा होना संभावित है ।
दिनांक 22 अप्रैल 2021 को आवेदक जयदीप पिता बलराम साधवानी उम्र 23 साल निवासी 97 कलन्दी शिवालिक कनाडिया रोड इंदौर द्वारा थाना उपस्थित होकर एक लेखी आवेदन पत्र प्रस्तुत किया की वह गोली दवाई का व्यापार करता है तथा उसकी लाइफ विजन नामक फर्म 1 ए, यादव महल के पास दवा बाजार इंदौर में स्थित है ।
वह दवाइयां डायरेक्ट हॉस्पिटल व मेडिकल स्टोर पर सप्लाई करता है तथा किसी निजी व्यक्ति को नहीं देता है। दिनांक 21 अप्रैल 2021 को उसकी फर्म पर अंकिता यादव नामक महिला आई और उसे 02 बिल देकर बोली कि इन बिलों पर सील साइन कर दो तो’ उसने उक्त दोनों बिल देखे तथा अंकिता यादव को बोला कि यह उसकी फर्म के बिल नहीं है ।
बिल पर लिखे इंजेक्शन ( IMMUNOCIN ALPHA ) व ( ACTMERA 400 MG) इंजेक्शन लेख थे । उसने दोनों बिलो का मिलान किया तथा दोनों बिलों पर अंकित इनवॉइस नंबर भी उसकी फर्म के नहीं होना पाए, बिल पर उसका ईमेल आईडी व मोबाइल नंबर भी नहीं था तथा एक अन्य नम्बर था ।
उसने अंकिता से पूछा कि उसे यह बिल किसने दिया’ तो अंकिता बोली कि उसकी बहन प्रीति Ratola कोरोना पीडित होने से दिनांक 25 मार्च 2021 से मयूर हॉस्पिटल मे भर्ती होकर इलाजरत थी। इलाज के दौरान डॉक्टर द्वारा उससे बहन प्रीति को अर्जेंट में इंजेक्शन लगने का बताया’ फिर वही मौजूद डॉक्टर आमिर ने उससे बोला कि वह इंजेक्शन उपलब्ध करा देगा, लेकिन उनकी कीमत ₹60000-/- होगी, तो उसने डॉक्टर से बोला कि आप इंजेक्शन उपलब्ध करा दो तथा बिल हमें देना ।
उसने डॉक्टर आमिर को इंजेक्शन के ₹60000 Google Pay के माध्यम से अकाउंट में डाल दिए । जिसके उपरांत Dr. आमिर ने इंजेक्शन का बिल नहीं दिया था, बोला कि वह बिल बाद में दे देगा । जिसके बाद वह उसकी बहन को इलाज के लिए गुर्जर अस्पताल ले गई, Dr आमिर ने डॉक्टर आमिर ने उसे व्हाट्सएप पर इंजेक्शन के दोनों बिल भेज दिए । बिल पर अंकित मोबाइल नंबर पर उसके द्वारा फोन लगाकर चर्चा करते इमरान नामक व्यक्ति ने फोन उठाया तथा बिल के संबंध में बताया कि वह इन्फोलेबेल फर्म कंपनी में M.R है तथा बिल उसने छपवाये हैं ।
डॉक्टर आमिर व एमआर इमरान ने उसकी फर्म के नकली बिल छलपूर्वक बनाकर फर्म के नाम से धोखाधड़ी कर आम लोगों से रुपए ठगे हैं । उक्त पर से आरोपियों के विरुद्ध अपराध धारा 420,467,468,34 आईपीसी का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
आरोपीगण 1-आमिर पिता अंसार खान उम्र 37 साल निवासी 47, सिल्वर कॉलोनी खजराना इंदौर तथा 2- इमरान पिता बाबू खान उम्र 34 साल निवासी 86, शाहीबाग कॉलोनी खजराना इंदौर को पुलिस हिरासत में लिया गया, जिनसे पूछताछ कर उक्त आशय की अन्य घटनाओ के सम्बन्ध मे सख्ती से पूछताछ की जा रही हैं।
आरोपी आमिर से पूछताछ पर बताया कि वह मयूर हॉस्पिटल में असिस्टेंट ड्यूटी डॉक्टर के पद पर कार्यरत है, जिसके द्वारा B.U.M.S की डिग्री प्राप्त की गई है तथा इससे पूर्व वह स्वर्णबाग कॉलोनी में हेल्थ प्लस नाम से क्लिनिक चलाता था ।
आरोपी इमरान ने बताया कि वह विगत 2 महीने से इनफॉलीबल फर्म कंपनी में एम.आर के पद पर कार्यरत है तथा इससे पूर्व भी वह अन्य फर्मों में एम.आर की नौकरी करता था ।
उक्त कार्रवाई में थाना प्रभारी थाना खजराना दिनेश वर्मा, उप निरीक्षक रामकुमार रघुवंशी व टीम की सराहनीय भूमिका रही।