बीकानेर के ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की त्राहि-त्राहि : जलदाय की हौज पिछले 15 दिन से खाली, पानी भरने के लिए कई दिनों से लगी पड़ी टैंकरों के लाइने, हौज से 65 किलोमीटर दूर नहर से ₹1000 प्रति टैंकर पानी मंगवाने को मजबूर आम जनता
तहसील के राजासर भाटियान और महादेववाली में पिछले 15 दिनों से पेयजल संकट के कारण ग्रामीण परेशान है वहीं पशु खेळियां में पानी नहीं होने के कारण पशु अपनी प्यास बुझाने के दर-दर भटक रहा है ।
इस संबंध में दोनों गांवों के ग्रामीणों ने छत्तरगढ़ एसडीएम को जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंप कर शीघ्र पेयजल व्यवस्था करवाने की मांग की है ।
शीघ्र व्यवस्था नहीं होने पर धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी है ग्रामीणों ने बताया कि राजासर भाटियान में पिछले 15 दिनों से पेयजल का पानी जलहौज में नहीं पहुंचने के कारण पिछले 15 दिनों से जलहौज के पास बड़ी संख्या में पानी के टैंकरों और ऊंटगाड़ों की कतारे लगी हुई है ।
लेकिन जलदाय विभाग द्वारा पानी नहीं छोड़ने के कारण ग्रामीणों को इंगांनप की मुख्य नहर जो करीब 45 किलोमीटर दूर से एक हजार रुपए में पानी टैंकर और 500 रुपए में ऊंटगाड़ों पर टंकी भरवाकर घरों में पानी डलवाना पड़ रहा है ।
एसडीएम को सौंपा ज्ञापन, दी आंदोलन की चेतावनी : राजासर भाटियान खेतूसिंह भाटी, महेंद्र सिंह, नरपत सिंह भाटी सहित ग्रामीणों ने एसडीएम जीतूसिंह मीणा को राजासर भाटियान गांव में पेयजल उपलब्ध करवाने की मांग की है ।
ग्रामीणों ने बताया कि कोरोना के कारण वैसे ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति कमजोर हैं और ऊपर से जलहौजों में पानी नहीं होने के कारण दूरदराज के इलाकों से मंहगें दामों पर पानी खरीद कर अपनी प्यास बुझानी पड़ रही है ।
ग्रामीणों ने बताया है कि आवारा पशु पानी के लिए दम तोड़ रहा है, परंतु गांव में न तो खेळियों में पानी है और न ही जोहड़ों में पानी है जिससे गर्मी में पानी की प्यास पूरी नहीं होने के कारण पशुधन दम तोड़ता नजर आ रहा है ।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि शीघ्र पानी नहीं मिला तो आंदोलनात्मक कदम उठाया जाएगा। ग्रामीणों ने बताया कि एसडीएम ने तत्काल प्रभाव से जलदाय विभाग के सहायक अभियंता आदित्य नारायण श्रीमाली को दूरभाष से निर्देश देते हुए कहा कि तत्काल प्रभाव से ग्रामीणों की पेयजल की समस्याओं का निस्तारण कर उपखंड कार्यालय छत्तरगढ़ में अवगत करवाएं ।
इंगांनप की 535 आरडी जलदाय विभाग की स्कीम द्वारा लगभग एक दर्जन से अधिक गांवों में पाइप लाइन के जरिए पानी बिरानी गांव में पहुंचाया जाता है परंतु नहर बंदी के दौरान डिग्गियों में पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं है ।
अनेक डिग्गी तो खाली पड़ी है। नलकूपों द्वारा पानी भंडारण कर इन गांव में पानी पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है परंतु बिजली की बार-बार ट्रिपिंग के कारण लंबी-लंबी लाइनों में पानी पहुंचने तक काफी समय लग जाता है जिससे ट्रिपिंग लगने के कारण मोटर बार-बार बंद हो जाती है ।
ग्रामीणों पेयजल की समस्या वर्तमान में है परंतु खोखरी स्कीम में 3 नलकूपों द्वारा पानी पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है इस संबंध में उच्च अधिकारियों को भी अवगत करवाया गया | -आदित्य श्रीमाली, सहायक अभियता जलदाय विभाग छत्तरगढ़m