ISI मार्क लगाने के नाम पर दवाई कंपनी मालिक से मांगे पैसे, लोकायुक्त ने रंगे हाथों पकड़ा
सुनील अजमेरा, शिकायतकर्ता
इंदौर लोकायुक्त की टीम ने रिश्वत लेते हुए केन्द्रिय अधिकारी की रंगेहाथों गिरफ्तार किया है।आरोपी अधिकारी की नाम अरुण शंखवार है जो कि भारतीय मानक ब्यूरों के कार्यालय में वैज्ञानिक के पद पर पदस्थ है।दरअसल,शंखवार के खिलाफ इंदौर की दवा कंपनी के संचालक सुनील अजमेरा ने शिकायत की थी कि भारतीय मानक ब्यूरो के भोपाल स्थित आंचलिक कार्यालय में पदस्थ वैज्ञानिक शंखवार उनकी एक दवाई के प्रोडक्ट पर आईएसआई मार्का लगाने के लिए 50 हजार की रिश्वत की मांग की है।शंखवार ने भोपाल से इंदौर आकर यहां दवाई का टेस्ट किया और नमूना पास होने के बाद भी उपभोक्ता के लिए जरुरी आईएसआई का मार्का नहीं दिया था।बल्कि 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी।रिश्वत की पहली किश्त के तौर पर 10 हजार रुपए लेने के लिए शंखवार शनिवार को इंदौर आए थे।इसी दौरान रिश्वत लेते हुए लोकयुक्त की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।शिकायतकर्ता के मुताबिक भारत सरकार के नियमों के मुताबिक किसी भी प्रोडक्ट को लॉच करने के लिए आईएसआई मार्का की जरुरी होता है।जिसकी ऑनलाइन फिस भी भर दी गई।लेकिन शंखवार सर्टिफिकेट देने के लिए रश्वित मांग रहे थे।इसी वजह से लोकायुक्त में शिकायत की गई थी।फिलहाल,लोकायुक्त की टीम ने आरोपी अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है।