शनि पुष्य नक्षत्र पर वाहन ,आभूषण,व वस्त्र खरीदने का है विशेष महत्व प्रभु गणेश, भैरव, एवं शिवजी का पूजन करने से मिलती है प्रभु कृपा
महू विश्व प्रख्यात ज्योतिषाचार्य पंडित कपिल शर्मा काशी महाराज जी ने शनि पुष्य नक्षत्र की विशेष जानकारी प्रस्तुत की जो इस प्रकार है। दिनांक 7 नवंबर 2020 – कार्तिक कृष्ण पक्ष शनिवार प्रातः 8:00 बजे से शुरू होकर 8 नवंबर प्रातः 8:45 तक पुष्य नक्षत्र हैं। पुष्य नक्षत्र को भगवान शंकर की विभूति बताया गया है। पुष्य नक्षत्र में भूमि पूजन, गृह प्रवेश एवं वस्त्र आभूषण, वाहन खरीदने का विशेष महत्व है। गणेश, भैरव एवं शिव पूजन का भी विशेष महत्व है। इस वर्ष दीपोत्सव के पूर्व पुष्य नक्षत्र 7 नवंबर शनिवार को षष्टि संयुक्त सप्तमी तिथि पर है। पुष्य नक्षत्र- दीपावली के पूर्व खाता बही, स्वर्ण, आभूषण एवं नवीन वस्तु क्रय – विक्रय मुहूर्त्त में भी पंचांग भेद है। नीमच के निर्णय सागर पंचांग के अनुसार पुष्य नक्षत्र 7 नवम्बर शनिवार को प्रातः 8:04 बजे शुरू होगा, जो अगले दिन 8 नवम्बर रविवार को प्रातः 8:44 बजे तक रहेगा। अतः इस पंचांग अनुसार 8 नवम्बर रविवार को रवि पुष्य योग बन रहा है। 8 नवम्बर रविवार को रवि पुष्य योग सूर्योदय से प्रातः 8:44 बजे तक रहेगा। जबकि उज्जैन के पंचांग के अनुसार पुष्य नक्षत्र शुक्रवार की रात्रि तड़के 4:32 बजे से शुरू होगा, जो शनिवार दिनभर और शनिवार की रात्रि तड़के 5:02 बजे तक रहेगा। इन पंचांगों में रवि पुष्य योग नहीं बताया गया है। क्या है पुष्य नक्षत्र – ज्योतिष शास्त्र में पुष्य और अश्विनी नक्षत्र औषधि बनाने व प्रयोग हेतु उत्तम माने गए हैं। रवि पुष्य नक्षत्र को औषधि प्रयोग एवं मंत्र – तंत्र सिद्धि हेतु श्रेष्ठतम मुहूर्त्त माना गया है। पुष्य नक्षत्र के देवता- बृहस्पति और स्वामी- शनि हैं। यह समस्त नक्षत्रों का सम्राट होता है। जो सभी प्रकार के दोषों को नष्ट कर चमत्कार करता है। पुष्य नक्षत्र ग्रह विरुद्ध होने पर भी सम्पूर्ण कार्यों की सिद्धि करता है। सिर्फ विवाह के लिए पुष्य नक्षत्र अशुभ होता है। शेष सभी मांगलिक कार्य के लिए पुष्य नक्षत्र का मुहूर्त्त श्रेष्ठतम माना गया है। रवि पुष्य नक्षत्र में तंत्र – मंत्र की सिद्धि होती है। रवि पुष्य नक्षत्र में हनुमान जी के मंत्र जप से मनवांछित सिद्धि प्राप्त होती है। पंडित कपिल शर्मा काशी महाराज जी ने सभी से सामाजिक दूरी का ध्यान रखना व मास्क पहनकर ही घर से निकलने का आग्रह किया है।