रेमडिसिवर ब्लैक मामले में नया मोड़ : पुलिस के अनुसार सीएमएचओ के ड्राइवर ने पहले ख़ुद बेचे थे मंत्री पत्नी ड्राइवर गोविंद को इंजेक्शन फिर उसी से वापस खरीदे, एसपी आशुतोष बागड़ी ने समझाई ‘बदले हुए बयानों’ की थ्योरी
इंदौर – इंदौर में पिछले दिनों पकड़े गए इंजेक्शन कालाबारजारी मामले में एक और आरोपी पुनीत अग्रवाल द्वारा मीडिया को दिए बयान मैं प्रभारी मंत्री के परिवार के ड्राइवर गोविंद द्वारा इंजेक्शन खरीदने की बात पर अब पुलिस पूछताछ में नया मोड़ सामने आया है जहां पुनीत नहीं पहले इंजेक्शन गोविंद को बेचे थे और गोविंद से इंजेक्शन वापस लिए इस मामले में पुलिस अब नए बिंदुओं पर जांच कर रही है जहां आरोपी अब एक बंटी नामक युवक से इंजेक्शन खरीदने की बात सामने आई है
दरअसल मामला विजय नगर पुलिस रेमेडीसीवर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले लगातार कार्यवाही करती नजर आ रही है वहीं पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक युवक महंगे दामों में इस इंजेक्शन को बेचना चाहता है पुलिस मरीज के परिजन बंद कर इंजेक्शन खरीदने पहुंची जहां पुलिस ने मेघदूत गार्डन के पास से पुनीत अग्रवाल नामक युवक को गिरफ्तार किया था जो इंपैक्ट ट्रैवल्स एजेंसी में काम करता था और स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ पूर्णिमा गढ़वाल ड्राइवर था पुनीत अग्रवाल द्वारा एक मीडिया को बताया था कि उसने यह इंजेक्शन गोविंद से खरीदे हैं जो प्रभारी मंत्री की पत्नी का ड्राइवर है इस बयान सामने आने के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई थी और विपक्ष कई गंभीर आरोप प्रभारी मंत्री और उनके परिवार पर लगाता नजर आ रहा था पुलिस इन्वेस्टिगेशन में गोविंद को जब पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया गोविंद द्वारा इस मामले में बताया गया कि वह कोरोना संक्रमण होने के बाद उसने यह इंजेक्शन पुनीत से ही 14000 में खरीदे थे लेकिन कोविड-19 दोबारा से जांच की गई तो गोविंद की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उसने यह इंजेक्शन पुनीत को वापस दे दिए थे गोविंद के बयान और साक्ष पुलिस ने जुटाए हैं जिसके बाद गोविंद को पुलिस ने क्लीन चिट दे दी वहीं प्रभारी मंत्री के परिवार पर लगे सभी आरोपों को खारिज कर दिया है
बाईट- आशुतोष बागरी एसपी इंदौर
पुलिस से दोबारा पूछताछ करने पर उसने बताया की काफी कर्ज होने के बाद परिवार के लोगो उसे घर से निकाल दिया था और वह सेठी नगर में किराए से रहने लगा जिसके बाद उसने कुछ समय टेलीपरफारमेंस में काम करना शुरू किया वर्ष 2019 के दौरान वह तत्कालीन विधायक संजय शुक्ला के घर भी कुछ समय तक ड्राइवर की नौकरी करने लगा लेकिन संजय शुक्ला के बेटे से हुए विवाद के बाद उसे काम से हटा दिया था इसके बाद उसने इंपैक्ट ट्रेवल एजेंसी पर काम करना शुरू किया वहीं से कोरोना महामारी के बाद स्वास्थ्य विभाग मैं ड्राइवरी के लिए भेज दिया था जहां वह पूर्णिमा गढ़वाल कंपनी द्वारा दी गई गाड़ी पर ड्राइवर था इसी दौरान उसकी मुलाकात गोविंद से भी हुई थी हालांकि पूछताछ में उसने एक बंटी नामक युवक का जिक्र किया जिससे वह इंजेक्शन खरीदा था हालांकि पुलिस को उसने बताया कि इस कोविड-19 में उसने कई लोगों की मदद की है कई मरीजों को हॉस्पिटल में पलंग उपलब्ध कराएं हैं तो कई लोगों को इंजेक्शन भी उपलब्ध कराएं हैं अब पुलिस उस बंटी नामक युवक की तलाश कर रही है जिसका नाम अब इस मामले को लेकर पुलिस के सामने आया है फिलहाल आरोपी की कॉल डिटेल को भी खंगाला जा रहा है वहीं आरोपी पुनीत अग्रवाल को आज पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है
बाइट- आशुतोष बागरी एसपी इंदौर