जलदाय विभाग में भ्रष्ट अफसरों पर गिरी गाज साथ ही बचाने वाले अफसरों को भी नोटिस, दो एसई समेत एक एडिशनल चीफ़ को नोटिस
एक्सईएन, एईएन और ठेकेदारों के गठजोड़ को बचाने वाले अफसरों पर गिरी गाज।
प्रदेश के पेयजल स्कीम व प्रोजेक्ट में काम मे गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के मामले सामने आए है। प्रमुख सचिव आते ही कड़ी कार्रवाई करते हुए अधीक्षण अभियंता को चार्जशीट दे दिया गया और इसमें शामिल सभी भ्रष्ट अधीक्षण अभियंता और अफसरों को चार्जशीट व नोटिस दे दिया गया। प्रमुख सचिव ने सालों से दबी फाइलों को खंगालने पर कई चौकानेवाले तहकीकात का पता चला है कि आला अधिकारियों की ओर से नोटिस देने के बाद भी अधीक्षण अभियंता व एडिशनल चीफ इंजीनियरों ने एक्सईएन,एईएन वह जेईएन के साथ मिलकर ठेकेदारों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं किया। प्रमुख सचिव राजेश यादव ने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर गड़बड़ी होने के बावजूद भी चार्जशीट नहीं देना बहुत ही गंभीर मामला है। मामले को जांच पड़ताल कर चार्जशीट दायर की जा रही है। करौली डिविजन में पेयजल स्कीम में जांच करने पहुंचे विजिलेंस विंग को काम में गड़बड़ी का पता लगा। जांच में पाया गया कि एक्सर्ईएन विजय सिंह यादव व जेईएन विजय सिंह मीना के कार्यकाल के दौरान काम में गड़बड़ीयां हुई। अधीक्षण अभियंता रामनिवास मीना व सीताराम मीना ने आरोपी इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए चार्जशीट नहीं भेजा। जयपुर के हसनपुरा इलाके में घटिया टंकी बनाने वाले इंजीनियरों की चार्जशीट नहीं बनाने वाले अधीक्षण अभियंता आरसी मीना, सतीश जैन को पहले ही चार्जशीट दे दिया है। टैंकर घोटाले के भी आरोपी एईएन व जेईएन के खिलाफ चार्जशीट नहीं बनाने पर एडिशनल चीफ इंजीनियर देवराज सोलंकी को चीफ इंजीनियर आरके मीना ने नोटिस दिया है।
Notices to the officers who saved the corrupt officers as well as the officers who fell on the corrupt officers in the Department of Water