ऑक्सीजन और रेमदेसीविर के बाद अब प्लाज्मा की कालाबाजारी : इंदौर के अस्पताल प्लाज्मा के लिए ले रहे 18 से ₹25000 तक, सामाजिक संगठन ने मंत्री तुलसी सिलावट से कहा कि इनकी भी रेट रिटेफिक्स की जाए
इंदौर – इंदौर में कोरोना संक्रमितो की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है और उन मरीजों को ठीक करने के लिए डॉक्टर कई तरह के जतन भी कर रहे हैं जहां गंभीर मरीजों को रेमड़े सिविर इंजेक्शन सहित अन्य तरह के इंजेक्शन देकर ठीक करने की कोशिश की जा रही है तो वहीं Doctor प्लाज्मा चढ़ाकर भी कई मरीजों को ठीक करने की कोशिश करते हैं लेकिन यदि किसी मरीज को डॉक्टरों की एडवाइज पर प्लाज्मा चढ़ाया जाता है और जो भी व्यक्ति प्लाज्मा को डोनेट करता है और जिस हॉस्पिटल में प्लाज्मा को निकाला जाता है उस हॉस्पिटल के द्वारा जमकर रूपये ऐंठे जा रहे हैं Indore के निजी हॉस्पिटल के द्वारा प्लाज्मा निकालने के लिए मरीज के परिजनों से तकरीबन 18000 पच्चीस हजार और 50000 तक वसूले जा रहे हैं इसको लेकर इंदौर के ब्लड कॉल सेंटर के संयोजक ने मंत्री तुलसी सिलावट के साथ ही कई जनप्रतिनिधियों के साथ ही अधिकारियों से भी मुलाकात की और प्लाज्मा के रेट तय करने की मांग की है अब देखना होगा कि जिस तरह से ब्लड कॉल सेंटर के द्वारा मुहिम चलाकर प्लाज्मा डोनेट करने की मांग की जा रही है वह कितनी सार्थक होती है।
बाईट -अशोक , संचालक ब्लड कॉल सेंटर, इंदौर
Now black marketing of plasma after oxygen and remdesivir