महाराष्ट्र में मंदिर ना खोलने पर राजनीति। राज्यपाल कोश्यारी और सीएम उद्धव ठाकरे आमने-सामने।
महाराष्ट्र मे मंदिरों को श्रद्धालुओं के लिए खोलने के लिए राजनीतिक पारा चढ़ गया है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी भी आपस में भिड़ गए। राज्यपाल कोश्यारी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा कि आपकी सरकार रेस्तरां और बार खोल सकती है आपकी सरकार मंदिर क्यों नहीं खोले । आपको मंदिर ना खोलने के लिए कोई देवीय आदेश मिला या आप अचानक सेक्युलर हो गए। राज्यपाल का पलटवार करते हुए उन्होंने लिखा कि तुरंत लॉकडाउन लगाना ठीक नहीं था, वैसे ही इसे तुरंत हटाना ठीक नहीं है। और मैं हिंदुत्व को मानता हूं मुझे किसी से हिंदुत्व का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए। और उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए हम धार्मिक स्थल नहीं खोल सकते हैं। और सिर्फ मंदिर खोल देने से ही हिंदुत्व साबित नहीं होता। शिवसेना सांसद संजय रावत ने भी कहा कि हिंदुत्व शिवसेना के प्राण और आत्मा है शिवसेना ने कभी नही हिंदुत्व को नकारा है और न ही कभी भुलाया है। उधर भाजपा कार्यकर्ता ने सिद्धिविनायक मंदिर के बाहर प्रदर्शन किया। भाजपा नेता प्रसाद लाड ने कहा कि हम सिद्धिविनायक मंदिर मे प्रवेश की मांग कर रहे है, अगर हमे प्रवेश नहीं करने दिया गया तो हम जबरन प्रवेश करेंगे।
Politics over not opening temple in Maharashtra