मजबूरन 350 रुपए में टैंकर डलवाकर पेयजल की आपूर्ति करनी पड़ रही है | ग्राम पंचायत बिदियाद के देवनगर ठिकरिया की ढाणी में ग्रामीण पेयजल के लिए दर -दर की ठोकरें खाने को मजबूर है । स्थानीय वाशिंदे गिरधारी गुर्जर सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि उनकी ढाणी में सरकारी एवं राजनीतिक उपेक्षा के चलते मुख्य रुप से पेयजल की समस्या गत तीन-चार वर्षों से व्याप्त है । उन्होंने बताया कि ढाणी में वर्तमान में पानी का एक मात्र साधन हैंड पम्प सुचारु स्थिति मे है तथा ढाणी में स्थित एक कुआं, पानी कि टंकी, खेली आदि सभी पिछले कई वर्षों से सूखे पड़े हैं । कुएं पर बिजली कनेक्शन भी किया हुआ है व कुएं के पास एक ट्यूबवैल भी है जो कुछ वर्षों से पानी कम हो जाने से कुआं एवं ट्यूबवैल दोनों ही सूखे पड़े हैं । यहां के सभी लोग कृषक वर्ग के लोग हैं तथा कृषि एवं पशुपालन से अपना भरण- पोषण करते हैं। जिसके कारण हैंड पम्प से पर्याप्त जलापूर्ति सम्भव नहीं है । ढाणीवासियों को मजबूरन 350 रुपयों में टैंकर डलवाकर पेयजल की आपूर्ति करनी पड़ रही है । ढाणीवासियों की एकमात्र आस अब इन्दिरा नहर से आने वाले पानी पर है ।