आग बुझाने की आड़ में इंदौर न्यायालय में बने वकीलों की टीन शेड तोड़ने पर भड़का विरोध, आंदोलन की चेतावनी
बाईट- विमल गुप्ता जिला न्यायालय अभिभाषक संघ अध्यक्ष इंदौर
इन्दौर:- जिला के न्यायालय में पिछले दिनों आगजनी की घटना के बाद न्यायालय में स्थित सेकड़ो अधिवक्ताओं के टिन शेड तोड़ने को लेकर अधिवक्ताओं द्वारा विरोध प्रदर्शन कर आगजनी की घटना पर सवालिया निशान खड़े करते हुए जांच की मांग की है |
इंदौर जिला के न्यायालय में अधिवक्तों के बैठने के लिए बने टिन शेड तोडने के विरोध में प्रदर्शन करते हुए नाजिर विभाग पर आरोप लगाए गए हैं वरिष्ठ अधिवक्ताओं का कहना है पिछले दिनों न्यायालय परिसर के तल घर में आगजनी की घटना घटित हुई थी, जिसमें पक्षकारों की करीबन 72 लाख फाइलों को काफी नुकसान हुआ था, आगजनी की घटना में अधिवक्ताओं और आगजनी को बुझाने का रात भर काफी प्रयास किया गया था, आग बुझाने में कई अधिवक्ताओं के टीन शेड तोड़े गए थे लेकिन जिस क्षेत्र में आगजनी नहीं हुई थी उस क्षेत्र में सेठ तोड़े गए करीब बंद 5 से 6000 वकील इस न्यायालय परिसर में अपना काम करते हैं |
इनके बेटे ने वह पक्षकारों को सुनने के लिए किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं की गई है जिला न्यायालय में 26 अप्रैल 1991 नारे परिसर में पक्षकारों को सुनें बैठने व्यवस्था के लिए शेड लगाने की अनुमति मिली थी, टीन शेडो को अधिवक्ताओं द्वारा अपनी रकम से बनवाए थे 115 वर्ष पुराने अभिभाषक संघ को किसी भी प्रकार की कोई सूचना ना देते हुए इन शैडो को हटा दिया गया तो वही उनका कहना था कि इस पूरे अग्निकांड से लेकर जिस तरह से अधिवक्ताओं के शेड हटाए गए हैं उसकी अभिभाषक संघ जांच की मांग करता है |