इंदौर जेल में भी शुरू हुआ आत्मनिर्भर भारत अभियान, जेल की महिला कैदियों को बांटी गई सिलाई मशीनें, अब हर कपड़े की सिलाई पर मिलेंगे ₹100
देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आत्मनिर्भर भारत बनाने का सपना अब लगता है सच होता जा रहा है जहां इंदौर के सेंट्रल जेल कुछ ऐसा देखने को मिला जहां कैदी महिलाओं के लिए एक निजी संस्था के साथ मिलकर और आत्मनिर्भर बनाने के लिए 3 माह का सिलाई प्रशिक्षण दिया जा रहा है |
यूं तो प्रदेश की अलग-अलग जेलों में बंद सालों से सजा काट रहे पुरुष कैदियों के लिए तमाम तरह के उद्योग के माध्यम से रोजगार मिल रहा है |
लेकिन कई ऐसी महिलाएं जो कई वर्षों से जेल में बंद है इसी को देखते हुए महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनाना और आने वाले समय जेल से छूटने के बाद रोजगार के माध्यम से अपना जीवन जी सके और समाज में खुद व्यापार-व्यवसाय कर सके इस को लेकर एक निजी संस्था के साथ जेल विभाग द्वारा महिला कैदियों के लिए मुफ्त सिलाई मशीन उपलब्ध कराकर सिलाई का प्रशिक्षण दिया जा रहा है |
जिसमें 3 माह में एक निजी संस्था द्वारा महिलाओं को सिलाई सिखाई जाएगी, जहां उन्हें प्रशिक्षण के दौरान प्रत्येक कपड़ा बनाने पर ₹100 भी दिए जाएंगे प्रशिक्षण पूरा होने के बाद महिलाएं रोजाना 300 से ₹400 रोजाना कमा सकती है बता दें कि सेंट्रल जेल में कुल 90 महिला कैदी अभी मौजूद हैं जिन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा प्रशिक्षण संस्था द्वारा 10 मशीन और जेल प्रशासन द्वारा पांच मशीन कुल 15 मशीनों पर महिलाओं को प्रशिक्षण देने की शुरुआत की गई है |