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जयपुर

कोरोना के डर से और इलाज के बाद डिप्रेशन में गए लोगों के इलाज के लिए सरकार हर ज़िले में करेगी दस मनोवैज्ञानिक नियुक्त, प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोरा ने जारी किए निर्देश

पोस्ट कोविड क्लीनिक के साथ प्रत्येक जिले में नियुक्त होंगे 10 मनोवैज्ञानिक काउंसलर

जयपुर, 2 जून। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा के निर्देश पर प्रत्येक जिले में कोरोना से रिकवर हुए मरीजों में होने वाली विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए पोस्ट कोविड क्लीनिक व पोस्ट कोविड वार्ड की स्थापना की जाएगी। साथ ही रिकवर मरीजों व उनके परिजनों की मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग के लिए प्रत्येक कोविड डेडीकेटैड अस्पताल में 10 काउंसलरों का पूल भी बनाया जाएगा।

चिकित्सा विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री अखिल अरोरा ने इस संबंध में आदेश जारी करते हुए कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में यह देखा गया है कि रिकवर हुए मरीजों में ब्लैक फंगस के अतिरिक्त भय, अवसाद, चिंता, अनिद्र व तनाव आदि की अधिक समस्या हो रही है। मरीजों के साथ उनके परिजनों भी मनोवैज्ञनिक बीमारियों का सामना कर रहे हैं। इसलिए प्रत्येक जिले में कोविड डेडीकेटैड अस्पताल के एक पृथक हिस्से में पोस्ट कोविड क्लीनिक व वार्ड बनाए जाएंगे, जहां उक्त मनोवैज्ञानिक बीमारियों से ग्रसित मरीजों का इलाज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पोस्ट कोविड क्लीनिक की स्थापना व इसके व्याप्क प्रचार प्रसार के लिए प्रधानाचार्य व नियंत्रक मेडिकल कॉलेज, पीएमओ व सीएमएचओ को निर्देश दिए गए हैं।

ओपीडी का होगा संचालन
श्री अरोरा ने बताया कि पोस्ट कोविड क्लीनिक में ओपीडी का संचालन दो पारियों में किया जाएगा। क्लीनिक में मरीज सुबह 8 से 2 व दोपहर को 2 से आठ बजे तक परामर्श प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रत्येक पारी में एक एमडी मेडिसिन, दो काउंसलर व एक आयुष चिकित्सक (जिसे रेस्पिरेटरी एक्सरसाइज व योग के माध्यम से चिकित्सा करने का ज्ञान हो) की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने बताया कि इन क्लीनिक में आने वाले मरीजों का ब्लड शुगर, आक्सीजन सेचुरेशन लेवल, बीपी, टेम्परेचर आदि का रिकॉर्ड रखने के लिए सभी उपकरण उपलब्ध रहेंगे।

भर्ती की भी मिलेगी सुविधा
प्रमुख शासन सचिव ने बताया कि इन क्लीनिक में पोस्ट कोविड वार्ड भी बनाए जाएंगे। मरीजों की मेडिकल स्थिति के अनुसार आवश्यकता होने पर उन्हें तत्काल रुप से भर्ती किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि पोस्ट कोविड वार्ड में मल्टी डिसिप्लेनरी विशेषज्ञों की नियुक्ति की जाएगी। एक मल्टी डिसिप्लेनरी टीम का गठन किया जाएगा जो कि 24 घंटे की सुविधा मरीजों को उपलब्ध कराएगी। उन्होंने बताया कि कोविड रिकवर मरीज को बतायी गई सावधानी से लाभ होता है तब भी कोविड केयर इचार्ज की यह जिम्मेदारी है कि वह उक्त मरीजों को तीन दिन बाद फॉलोअप के लिए बुलाए। इस दौरान यदि चिकित्सक को मरीज में पोस्ट कोविड बीमारी या अन्य किसी प्रकार के लक्ष्ण प्रतीत होते है तो उसकी पुन: जांच कराकर विषय विशेषज्ञ से उसका उपचार कराना सुनिश्चित किया जाए।

मुख्यमंत्री 181 हेल्पलाइन का उपयोग करें
श्री अरोरा ने कहा कि पोस्ट कोविड उपचार के लिए मरीज मुख्यमंत्री हेल्पलाइन का उपयोग उसी प्रकार कर सकता है जैसे कोविड अस्पताल में बैड व होम आइसोलेशन में काउंसलिंग के लिए करता है। उन्होंने कहा कि इस हेल्पलाइन पर कॉल प्राप्त होने के बाद मरीज को राज्य स्तरीय परामर्श केन्द्र से उचित परामर्श प्राप्त होगा अथवा जिला स्तरीय पोस्ट कोविड क्लीनिक पर संपर्क करने की सलाह प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि पोस्ट कोविड मरीज के चिकित्सकीय दृष्टि से अस्वस्थ होने की जानकारी कोविड अस्पताल में स्थापित वार रुम में दी जाएगी जहां से तत्काल एम्बुलेंस या अन्य उपायों के जरिए मरीज को पोस्ट कोविड वार्ड में लाया जा सके।

इनकी सेवाएं ली जा सकेगी
प्रमुख शासन सचिव ने कहा कि कोरोना से रिकवर मरीजों व उनके परिजनों की काउंसलिंग के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग में उपलब्ध काउंसलर्स या मनोविज्ञान में स्नातकोत्तर उत्तीर्ण या काउंसलिंग का अनुभव रखने वाले व्यक्तियों की सेवाएं ली जा सकती है। इनकी सेवाएं प्राथमिक रुप से तीन माह के लिए 8 हजार रुपए प्रतिमाह पर ली जा सकती है।

रिपोर्टर – जेपी नागर

The government will appoint ten psychologists in every district for the treatment of people who went into depression due to fear of corona and after treatment

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