जलदाय एवं भूजल मंत्री डॉ. जोशी ने संभाला कार्यभार
जनता को निर्बाध, नियमित और पर्याप्त मात्रा में पेयजल आपूर्ति पर रहेगा फोकस-जलदाय एवं भूजल मंत्री
पानी के ‘वेस्टेज’ को रोकने के लिए होंगे पुरजोर प्रयास
जयपुर – जलदाय एवं भूजल मंत्री डॉ. महेश जोशी ने कहा है कि प्रदेश में जनता को निर्बाध, नियमित और पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ पेयजल आपूर्ति पर विभाग का पूरा फोकस रहेगा। साथ ही पानी के ‘वेस्टेज’ को रोकने के लिए आमजन के सहयोग से हर स्तर पर सजगता के साथ पुरजोर प्रयास किए जाएंगे।
डॉ. जोशी बुधवार को शासन सचिवालय में राज्य के नए जलदाय एवं भूजल मंत्री के रूप में कार्यभार ग्रहण करने के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने आमजन से अपील की कि पानी अनमोल है, जनता इसका मोल समझ कर इसके अधिकतम सदुपयोग को अपनी आदत बनाएं।
जनता की जरूरतों के अनुरूप होंगे कार्य
जलदाय एवं भूजल मंत्री ने कहा कि समय तेजी से बदल रहा है और इसके साथ ही लोगों की प्राथमिकताएं भी बदली है, ऐसे में दैनिक जीवन में लोगों की जरूरतों के अनुरूप विभागीय परियोजनाओं और कार्यक्रमों को गति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के गत तीन साल के कार्यकाल में प्रदेश में जलदाय विभाग सहित सभी विभागों में जनहित में ऐतिहासिक कार्य हुए हैं। इस दौरान कोरोना के कारण उत्पन्न परिस्थितियों के बाद भी प्रदेश में जल जीवन मिशन (जेजेएम) सहित अन्य पेयजल परियोजनाओं के कार्यों को आगे बढ़ाया गया है। जेजेएम में पिछले कुछ समय में काफी तेजी से कार्य हुआ है। विभाग के तहत जेजेएम सहित सभी परियोजनाओं के कार्यों को इस सोच के साथ गति दी जाएगी कि इन पर जो पैसा खर्च हो रहा है, उसका पूरा फायदा आमजन को मिले।
पेयजल-अपव्यय रोकने को बनेगी ठोस रणनीति
डॉ. जोशी ने कहा कि कई स्थानों पर पाइपलाइन में लीकेज के कारण जितना पानी उपयोग में आता है, उससे कहीं अधिक ‘वेस्टेज’ में चला जाता है। इसके लिए जयपुर शहर सहित प्रदेश में जहां भी पेयजल आपूर्ति की पाईपलाइनें पुरानी हो गई है, उनको बदलकर पेयजल के अपव्यय को रोकने के लिए ठोस रणनीति के साथ कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी, इंजीनियर्स तथा तकनीक एवं अधीनस्थ कार्मिकों के सामंजस्य से विभाग की पूरी टीम जनता की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
बापू को नमन कर किया सचिवालय में प्रवेश
जलदाय एवं भूजल मंत्री के पद पर कार्यभार ग्रहण करने के लिए सचिवालय पहुंचने पर डॉ. जोशी ने सबसे पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने सिर झुकाकर नमन किया और फिर गणेशजी के दर्शन कर मुख्य भवन में स्थित अपने कक्ष में पहुंचे। जहां पर शुभ मुहूर्त में विधि-विधान से पूजा अर्चना करने के बाद कार्यभार सम्भाला।
अधिकारियों ने दी बधाई
कार्यभार ग्रहण करने के बाद डॉ. जोशी का जलदाय एवं भूजल विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत की अगुआई में वरिष्ठ अधिकारियों ने पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया तथा उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। इस मौके डॉ. जोशी के सुपुत्र श्री रोहित जोशी सहित उनके शुभचिंतक, प्रशंसक और समर्थकों सहित गणमान्य लोग मौजूद रहे।
इन्होंने भी किया स्वागत
डॉ. जोशी का जलदाय विभाग के संयुक्त शासन सचिव-प्रथम श्री प्रताप सिंह, संयुक्त शासन सचिव-द्वितीय श्रीमती पुष्पा सत्यानी, मुख्य अभियंता (शहरी एवं एनआरडब्ल्यू) श्री सीएम चौहान, मुख्य अभियंता (प्रशासन) श्री राकेश लुहाड़िया, मुख्य अभियंता (जेजेएम) श्री दिनेश गोयल, मुख्य अभियंता (विशेष प्रोजेक्ट्स) श्री दलीप कुमार गौड़, मुख्य अभियंता (तकनीकी) श्री संदीप शर्मा, अतिरिक्त मुख्य अभियंता (ग्रामीण) श्री देवराज सोलंकी, अतिरिक्त मुख्य अभियंता (शहरी) श्री अमिताभ शर्मा, डब्ल्यूएसएसओ के निदेशक श्री हुकमचंद वर्मा, अतिरिक्त मुख्य अभियंता (जयपुर-द्वितीय) श्री मनीष बेनीवाल एवं अतिरिक्त मुख्य अभियंता (जयपुर-प्रथम) श्री अरूण श्रीवास्तव के अलावा जलदाय विभाग के तकनीकी एवं अन्य कार्मिक संगठनों तथा कई संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भी स्वागत किया और शुभकामनाएं दीं।