अपनी ही दुकान की चायपत्ती बनी बिहारी की मौत का कारण
आरा/बिहिया : कहा जाता है कि कभी-कभी छोटी सी घाव भी नासूर बन जाती है. छोटी सी लापरवाही ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया. बिहिया थाना क्षेत्र के अमराई नवादा गांव में सल्फास खाने से हुई बिहारी गोंड की मौत के बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया है।
एक छोटी सी लापरवाही के कारण बिहारी गोंड मौत के मुंह में समा गये. हालांकि उनके चार नतीनी और पत्नी की हालत भी गंभीर है, जिनका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. लापरवाही का मंजर इस कदर दिखा की अपने ही दुकान की चायपत्ती जानलेवा बन गयी।
दवा दुकानों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है सल्फास की गोली : इस संबंध में डॉ केएन सिन्हा ने बताया कि सल्फास की टिकिया पूर्ण रूप से प्रतिबंध है. खासकर नौजवान युवक और युवतियों को सल्फास नहीं दिया जाता है।
कभी-कभार लोग अनाज में डालने के नाम पर दुकान से खरीद कर ले जाते हैं. सल्फास खाने से अक्सर लोग मौत के मुंह में समा जाते हैं. ऐसे मरीजों को बचाना काफी मुश्किल हो जाता है. हालांकि सल्फास का सुगंध भी हानिकारक होता है।