इंदौर के SGSITS तकनीकी संस्थान ने टेक्नोलॉजी फॉर वाइल्डलाइफ कंजर्वेशन पर किया वेबिनार आयोजित
इंदौर : शहर के प्रतिष्ठित तकनिकी संस्थान एसजीएसआईटीएस, इंदौर के “एप्लाइड कैमिस्ट्री एवं केमिकल टेक्नोलॉजी और एप्लाइड फिजिक्स एवं ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक्स के संयुक्त तत्वाधान में दिनांक 1 जून 2020 (4-5 अपराह्न) को “टेक्नोलॉजी फॉर वाइल्ड लाइफ कंसर्वेशन” विषय पर एक वेबिनार आयोजित किया गया ।
इस वार्ता में वन्य पशु पक्षियों के संरक्षण के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका पर जोर दिया गया। कार्यक्रम के वक्ता डॉ कौतुभ शर्मा, सीनियर रीजनल इकोलॉजिस्ट, यूएसए और इंटरनेशनल कोऑर्डिनेटर, ग्लोबल स्नो लेपर्ड एंड इकोसिस्टम प्रोग्राम (जीएसएलईपी) द्वारा वर्तमान परिदृश्य में इस आशाजनक विषय पर प्रकाश डाला जहां वैज्ञानिकों द्वारा हमारी जैविक पारिस्थितिकी को बचाने के लिए बहुत सारे प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने तकनीक की मदद से वन्य जीव , प्रजाति के संरक्षण पर अपने उत्तम विचार ऑनलाइन पटल पर प्रस्तुत किये जिस पर आज के समय में चिंतन की आवश्यकता है । प्रतिभागियों के प्रश्नो का डॉ शर्मा द्वारा सहजता से निराकरण किया जिससे हर किसी को इस विषय की गहराई को समझने में आसानी होइ और यह विषय आज कितना प्रासंगिक है इसपर वैश्विक चिंतन की आवश्यकता प्रतीत होती है ।
कार्यक्रम के संयोजक संस्थान के एप्लाइड फिजिक्स एवं ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक्स विभाग की डॉ प्रज्ञा ओझा, सहायक एवं ,और एप्लाइड रसायन विज्ञान और रासायनिक प्रौद्योगिकी विभाग की डॉ उर्मिला रघुवंशी सहायक प्राध्यापक थी। दोनों ने ही आगामी सत्रों में मानवीय कल्याण से जुडी कार्यशाला और वेबिनार करवाने से अवगत करवाया।
इस वेबिनार के संरक्षक के रूप में प्रो.एस.एस. कुंभज, विभागाध्यक्ष , एप्लाइड फिजिक्स एवं ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक्स और प्रो.एन.एस. सप्रे, एप्लाइड कैमिस्ट्री एवं केमिकल टेक्नोलॉजी ने ऑनलाइन मंच पर अभिव्यक्ति दी।
संस्थान के निर्देशक प्रो. राकेश सक्सेना, के द्वारा कोरोना कल में वन्य जीव संरक्षण की उत्तम मानवीय भावना के उक्त कार्यक्रम की परिकल्पना और समस्त सहयोग के लिए मंच ने आभार व्यक्त व्यक्त किया।
इस आयोजन में 300 से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीकृत होकर उक्त वक्तव्य के श्रवण का लाभ लिय। श्रोताओ को ऑनलाइन फीडबैक उपरांत ई-सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा।