इंदौर में अस्पताल की गलती से गयी 11 लोगों की आँखे, मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद दिखना बंद, मंत्री जीतू पटवारी बोले अस्पताल का लाइसेंस निरस्त करेंगे, स्वाथ्य मंत्री ने जाँच टीम को 72 घंटे में दोषी ढूंढने को कहा
सीएमएचओ डॉ प्रवीण जड़िया
इंदौर के आई हॉस्पिटल ने ग्यारह मरीज़ों की आंखों की रोशनी छीन ली बता दे कि मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद 11 मरीज़ों की आंखों की रोशनी चली गई, इस कांड का खुलासा होने के बाद स्वास्थ मंत्री हरकत में आये और मरीज़ों की आंखों की रोशनी वापस लाने के लिए चेन्नई के विशेषज्ञ से चर्चा की,वही प्रदेश के मंत्री सीएम कमलनाथ सभी को पचास पच्चास हज़ार सहायता राशि देने की बात कही है।
इन सभी का ऑपरेशन राष्ट्रीय अंधत्व निवारण कार्यक्रम के तहत 8 अगस्त को किया गया था वही जब शुक्रवार जब ईन सभी 11मरीज़ों की आँखों की पट्टी निकाली तो सभी को दिखना बन्द हो गया वही मरीज़ों ने अज़्प्ताल की बड़ी लापरवाही की बात कही है।
वही उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है।
इसी के साथ ही मुख्यमंत्री केआ देश के बाद चोइथराम नेत्रालय में सभी मरीजों को शिफ्ट किया गया स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने कुछ लेवल की कमेटी गठित की गई की है जिसमें प्रशासन और स्वास्थ्य के 7 सदस्य शामिल है इन्हें 42 से 72 घंटे के अंदर जांच कर रिपोर्ट पेश करना होगी।
आई चिकित्सालय की लापरवाही से 11 लोगों की आंखों की रोशनी गई, मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद हुआ खुलासा, मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 50 50 हजार सहायता राशि देने की कही बात स्वास्थ्य मंत्री ने चेन्नई के विशेषज्ञ से चर्चा की, जीतू पटवारी ने कहा अस्पताल के लाइसेंस निरस्त डॉक्टरों के खिलाफ होगी कार्रवाई।