बीकानेर/एक पीएचएम गांव के लोग गन्दगी भरा पानी पीने को मजबूर, गाँव के लोगो शुद्ध पेयजल ही नसीब नही, अनेक बीमारी से ग्रसित स्थानीय निवासी
बीकानेर – भले ही सरकार ने शुद्ध पेयजल के लिए अनेक योजनाए चलाई हो । बङे बङे दावे किये जा रहे हो । आजादी के 70 साल बीत जाने के बाद भी शुद्ध पेयजल नसीब नही । खाजूवाला विधानसभा का एक गांव आज भी शुद्ध पेयजल के लिए तरस रहा है । जी हा खाजूवाला विधानसभा का गाँव एक पीएचएम जो कि पांच केवाईडी ग्राम पंचायत के अधीन आता है । गाँव मे पीने के पानी की डिग्गी बनी हुई है जो कभी कभी गांव के युवा लोगो की वजह से ही साफ होती है । गन्दे पानी से गांव अनेक बङी बिमारियो से ग्रसित है ।
प्रशासन की उदासीनता के चलते आज तक गावो मे सफाई अभियान नही चला । गाव मे बसे लोगो से बातचीत की गई तो पता चला कि हम हमारे प्रयास से ही साफ सफाई का कार्य करते है । लेकिन आज तक बङे पीएचडी अधिकारी ने डिग्गी की सफाई के प्रति कोई ध्यान नही दिया । आज भी डिगगियो मे पानी लाल रंग का हो चुका है ।
लेकिन इस गन्दगी भरे पानी को पीने के लिए मजबूर है ।
डिगगियो के पानी की हालत ये यह की इस पानी को जानवर पशु भी पीने को तैयार नही । लेकिन मजबूरन गाव के निवासियो को पानी पीना पङ रहा है । सरकार भले ही बङे बङे दावे करती हो लेकिन सब दावे खोखले साबित हो रहे है । गांव के लोगो से बातचीत की गई तो कहा कि प्रशासन से आग्रह करते है कि हमे शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करवाने मे मदद करे । साथ ही डिगगियो की सफाई करवाए जिससे हमे शुद्ध पेयजल मिल सके । डिगगी की साफ सफाई के लिए प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।
खाजूवाला (रामलाल लावा )