जयपुर – पूरे देश के रेड ग्रीन और ऑरेंज ज़ोन में केंद्र सरकार की गाइडलाइन के हिसाब से ढील के साथ लॉक डाउन बढ़ाया गया किंतु जयपुर जो कि पहले से ही एक रेड जोन जिला है में तो सड़कों पर भीड़ देख तो ऐसा प्रतीत हुआ जैसे कि लॉक डाउन है ही नहीं।
लोग भारी भीड़ में सड़कों पर निकले, कई लोगों के पास न मास्क था, नाही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा था, दो पहिया वाहन पर दो क्या तीन से चार लोग तक बैठे हुए थे, चौपहिया वाहन खचाखच भरे हुए थे, पुलिस के सिपाहियों को खुद नहीं मालूम था कि अब रोकें भी तो किस बहाने से रोके।
शॉट्स – मानसरोवर, सोडाला, श्याम नगर, रिद्धि सिद्धि, सिविल लाइंस चौराहा अजमेर रोड
कुछ पुलिस वालों से जब भारतीय न्यूज़ की टीम ने बात करी तो उन्होंने बातों ही बातों में बताया की जो लोग निकल रहे हैं उन्हें रोक पाना मुश्किल है क्योंकि ऐसे आदेश ही नहीं मिले हैं, यहां तक कि आदेशों में तो यह भी कहा गया है कि अगर कोई दारू लेने निकले तो उसे रुकना ही नहीं है।
शॉट्स – पुलिस चेकपोस्ट
इसी प्रकार आज पूरे शहर भर के अलग-अलग जगहों में भीड़ का नजारा दिखा जिसमें मानसरोवर, सोडाला, अजमेर रोड इत्यादि में खासी भीड़ नजर आई हालांकि पुलिस की बैरिकेडिंग भी थी, पुलिस वाले बैठे हुए भी थे लेकिन कार्यवाही सिर्फ कैमरे को देखकर और खानापूर्ति के लिए की गई जिसमें भी एक का दो लोगों की गाड़ी को रोक कर दो सवाल पूछ कर उन्हें आगे जाने दिया गया।
जिस तरह से आज पहले ही दिन जयपुर के हाल नजर आए उस तरह से तो यही लगता है कि कोरोना में आने वाले दिनों में अगर कोई बड़ा विस्फोट शहर में नजर आए तो कोई बहुत बड़ी बात नहीं होगी क्योंकि शहर का प्रशासन भीड़ और लॉक डाउन की स्थिति को आज काबू करने में नाकाम दिखा और लोग भी नासमझी की वजह से सड़क पर अपनी जान की बाजी लगाते हुए घूमते हुए नजर आए।