खजराना गणेश का चांदी का गर्ब गृह कपूर के धुएं से हो रहा काला
इंदौर के खजराना गणेश मंदिर के गर्भ गृह और बाहर लगी चांदी की चमक इन दिनों फीकी पड़ रही है। इस चांदी को मंदिर में स्थापित भगवान गणेश जी की प्रतिमा के आसपास मंदिर को सुंदर बनाने की दृष्टि से लगाया गया था । इस कार्य के लिए बड़ी संख्या में भगवान गणेश जी के भक्तों द्वारा लगभग 700 किलो चांदी दान की गई थी। गर्भ गृह और मंदिर के बाहर चांदी से की गई डिजाइन के कारण मंदिर की खूबसूरती कई गुना बढ़ गई थी। लेकिन धीरे-धीरे अब इस चांदी की चमक लगातार धूमिल होती जा रही है और मंदिर के गर्भगृह का ऊपरी भाग काला पड़ गया है ।
बताया जाता है कि तत्कालीन जिला कलेक्टर और मंदिर समिति के अध्यक्ष आकाश त्रिपाठी के प्रयासों से ही यह कार्य मूर्त रूप ले पाया था। लेकिन अब इस और किसी का भी ध्यान नहीं है। हालांकि बीच बीच में मंदिर समिति द्वारा उक्त चांदी की चमक वापस लाने के लिए सफाई भी कराई गई लेकिन चांदी की चमक वापस नहीं आ पाई । मंदिर के पुजारी सतपाल महाराज ने बताया कि मंदिर में सुबह शाम होने वाली आरती में कपूर का इस्तेमाल किया जाता है। कपूर के धुए से भी इस चांदी की चमक धूमिल हो रही है ।
श्री सतपाल महाराज ने यह भी बताया कि भगवान गणेश जी की प्रतिमा के ठीक सामने स्थित बावड़ी का पानी खारा होने के कारण भी यह चांदी धूमिल पड़ रही है। क्योंकि इस बावड़ी के पानी से ही मंदिर के ठीक सामने फौव्वारे चलाए जाते हैं। जिससे पानी का खारापन चांदी पर भी असर डाल रहा है। सतपाल महाराज ने बताया कि पहले उक्त बावड़ी का पानी पीने योग्य था लेकिन मंदिर क्षेत्र के पास ही एक कारखाने के कारण मंदिर का पानी दूषित हो गया था जिसके बाद इस बावड़ी का पानी उपयोग करने लायक नहीं रहा।